Inside Photos : राफेल की पहली फोटो, जहां बनाकर रखा गया है राजनाथ सिंह ने वहां का दौरा किया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांसिसी वायुसेना के विमान में सवार होकर मेरिगनेक पहुंचे। यहां दसौल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने उनका स्वागत किया। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात की थी।

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2019 11:37 AM IST / Updated: Oct 08 2019, 06:21 PM IST

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांसिसी वायुसेना के विमान में सवार होकर मेरिगनेक पहुंचे। यहां दसौल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने उनका स्वागत किया। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात की थी। राजनाथ सिंह गृह मंत्री रहते भी हर साल दशहरा पर शस्त्र पूजा करते हैं। रक्षा मंत्री होते हुए भी वे इस परंपरा को जारी रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजरात के सीएम रहते शस्त्र पूजा करते थे।

जहां राफेल बनाकर रखा गया है वहां की Inside Photos

वायुसेना के बेड़े में राफेल को शामिल कराने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मेरीनेक स्थित दसॉ एविएशन प्लांट में हैं।

इसका रडार सिस्टम 84 किमी तक टारगेट को आसानी से डिटेक्ट करता है। यह 100 किमी दायरे में 40 टारगेट को एकसाथ डिटेक्ट कर सकता है।

राफेल आधुनिक विमान है। इसकी हथियार प्रणाली पाकिस्तान के एफ-16 से ज्यादा शक्तिशाली और ताकतवर है।

राफेल का मिसाइल सिस्टम काफी आधुनिक और बेहतर है। यह विमान हवा से हवा और हवा से जमीन पर सटीक निशाना साधने वाले हथियारों को अपने साथ ले जाने में सक्षम है।

इसमें तैनात  मीटिअर मिसाइल 150 किमी दूरी तक हवा में टारगेट पर सटीक निशाना लगा सकती है। मीटिअर से क्रूज मिसाइलों पर भी निशाना लगाया जा सकता है।

इसमें लगीं स्कैल्प मिसाइलें 300 किमी दूर जमीन पर स्थित टारगेट पर भी सटीक निशाना लगा सकती हैं। इन मिसाइलों से विमान जमीन से हो रहे हमले से भी सुरक्षित रखती हैं। 

राफेल में किसी भी सुरक्षित एय़रस्पेस को भेदने की क्षमता है। इसे समझने के लिए भारतीय पायलटों को कम से कम 5-6 महीने की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी। 

 

Share this article
click me!