पिता ने एक कमरे से शुरू की कंपनी, बेटी ने उसे आगे बढ़ाया और आज बनीं देश की सबसे अमीर महिला

भारत के अमीरों की लिस्ट में सबसे अमीर महिला रोशनी नडार हैं। आईआईएफएल (IIFL) वेल्थ हुरुन इंडिया की अमीरों की लिस्ट में भारत की सबसे अमीर बिजनेसवुमेन के नाम भी शामिल हैं। अनिल अंबानी जहां आठवीं बार लगातार सबसे अमीर इंडियन बने हैं वहीं रोशनी नडार सबसे अमीर भारतीय महिला हैं।

Keerthi Rajpoot | Published : Sep 25, 2019 1:36 PM IST / Updated: Sep 25 2019, 07:34 PM IST

मुंबई. भारत के अमीरों की लिस्ट में सबसे अमीर महिला रोशनी नडार हैं। आईआईएफएल (IIFL) वेल्थ हुरुन इंडिया की अमीरों की लिस्ट में भारत की सबसे अमीर बिजनेसवुमेन के नाम भी शामिल हैं। अनिल अंबानी जहां आठवीं बार लगातार सबसे अमीर इंडियन बने हैं वहीं रोशनी नडार सबसे अमीर भारतीय महिला हैं।

- एचसीएल की सीईओ एवं कार्यकारी निदेशक रोशनी नडार नंबर वन पर भारत की सबसे अमीर महिला बन गई हैं। कंपनी के संस्थापक शिव नडार की बेटी 37 वर्षीय रोशनी की संपत्ति बीते साल 2018 में 31,200 करोड़ रुपए आंकी गई थी। हालांकि इस साल नडार की संपत्ति के आंकड़े नहीं दिए गए हैं।

पिता ने एक कमरे से शुरू की थी कंपनी 

रोशनी की सक्सेज स्टोरी बहुत लोगों के लिए मिसाल है। रोशनी  करीब 31 हजार करोड़ रुपए की पूंजी और 70,000 से ज्यादा कर्मचारियों वाली कंपनी की सीईओ हैं। एचसीएल देश की चौथी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है। रोशनी तमिलनाडु के नेल्लई में नडार परिवार में जन्मी हैं। रोशनी के पिता शिव नडार ने 1976 में 1 लाख 87 हजार रुपए के साथ एक कमरे से एचसीएल कंपनी शुरू की थी। नडार ने करीब 40 साल तक कंपनी को मजबूत बनाने में संघर्ष किया था, जिसके बाद उनकी बेटी रोशनी ने पिता के बिजनेस को संभाला।

 

पिता के बिजनेस के लिए खुद के सपने को छोड़ दिया 

रोशनी ने मीडिया की पढ़ाई की है। अमेरिका के इलीनॉइस स्थित नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से रेडियो, टेलीविजन एंड फिल्म में पढ़ाई कर चुकी हैं। नडार ने अमेरिका में CNN चैनल में इंटर्नशिप की थी इसके बाद स्काय चैनल में बतौर न्यूज प्रॉड्यूसर काम भी कर चुकी हैं। लेकिन पिता के संघर्ष से सबक लेकर रोशनी ने अपनी पढ़ाई और पसंद को दांव पर लगाकार परिवार के आईटी कारोबार को मजबूत किया। साथ ही कंपनी को इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचाया। रोशनी कंपनी के ट्रेजरी ऑपरेशंस, ब्रांड बिल्डिंग जैसे सभी प्रोजेक्ट्स में वन मैन आर्मी की तरह काम करती हैं। 

इकलौती संतान होने की वजह से संभाला पिता का बिजनेस

इकलौती संतान होने की वजह से रोशनी को इस बात का अहसास था कि एक दिन पसंद और जिम्मेदारियों में से किसी एक को चुनना पड़ेगा। इसलिए टाइम पर बिजनेस संभालने से पहले 1996 से लेकर 1998 के दो साल के में नडार ने अमेरिका के केलॉग्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया।

रोशनी ने आईटी के साथ एजुकेशन सेक्टर में बड़े-बड़े प्रयोग किए। शिक्षा के क्षेत्र में रोशनी की नई पहल को सराहा गया। यूपी में रोशनी ने विद्याज्ञान स्कूल खोलें। यह स्कूल गरीब बच्चों को फ्री एजुकेशन देता है, नडार ने 3 साल में ही यूपी के 71 जिलों को अपना लक्ष्य बनाया है जहां स्कूल खोलें जाएंगे। रोशनी ने शिव नडार यूनिवर्सिटी की भी स्थापना की।

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