रूस देने जा रहा और अधिक S-400, ऑपरेशन सिंदूर में साबित हुआ गेम-चेंजर, जानें क्यों है खास

Published : Sep 03, 2025, 05:23 PM ISTUpdated : Sep 04, 2025, 06:32 AM IST
S400-details

सार

रूस भारत को S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के बाकी दो यूनिट 2027 तक दे सकता है। भारत और अधिक S-400 सिस्टम खरीदने के लिए रूस से बात कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसने गेम चेंजर रोल निभाया था।

S-400 Air Defence System: रूस भारत को और अधिक S-400 यूनिट देने जा रहा है। सतह से हवा में मार करने वाली इस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी में तेजी लाने के लिए भारत और रूस के बीच बातचीत चल रही है। 7 से 10 मई 2025 तक ऑपरेशन सिंदूर के दौरान S-400 ने गेम-चेंजर रोल निभाया था। इसके चलते पाकिस्तानी एयरफोर्स भारत के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ नहीं कर पाई।

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार 2026 तक भारत को S-400 की एक यूनिट मिलेगी। 2027 तक दूसरी यूनिट मिल सकती है। भारत ने 2018 में S-400 की 5 यूनिट के लिए रूस के साथ सौदा किया था। S-400 के तीन यूनिट मिले, दो बाकी हैं। यूक्रेन जंग शुरू होने के चलते इसकी सप्लाई बाधित हुई है। S-400 की यूनिट मिलने में हो रही देर का मुद्दा चीन में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बैठक में उठा।

S-400 की और अधिक यूनिट खरीदने की है योजना

सुदर्शन चक्र प्रोजेक्ट के तहत भारत रूस से और अधिक S-400 सिस्टम खरीदने की योजना बना रहा है। सुदर्शन चक्र कई लेयर वाला एयर डिफेंस फ्रेमवर्क है। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण में इसका जिक्र किया था।

रूस के संघीय सैन्य-तकनीकी सहयोग सेवा के प्रमुख दिमित्री शुगायेव ने TASS को बताया, "भारत के पास पहले से ही हमारी S-400 सिस्टम है। इस क्षेत्र में भी हमारे सहयोग का विस्तार करने की संभावना है। इसका मतलब है कि नई आपूर्तियां। अब हम बातचीत के चरण में हैं।"

क्या है S-400?

S-400 एयर डिफेंस सिस्टम है। यह सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइलों की मदद से हवाई हमले को नाकाम करता है। इसके मिसाइल बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल, लड़ाकू विमान, सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर जैसे हवाई टारगेट को नष्ट कर सकते हैं। इसे एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने "गेम-चेंजर" करार दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान सिस्टम को भेद नहीं पाया था।

क्यों खास है S-400?

  • S-400 के रडार का रेंज 600km है। यह दुश्मन के हवाई हरकत पर नजर रखता है।
  • S-400 एक साथ 100 से अधिक टारगेट को ट्रैक कर सकता है।
  • इसके मिसाइल का रेंज 400 km है।
  • S-400 के हर रेजिमेंट या यूनिट में 8 लॉन्च व्हीकल होते हैं। प्रत्येक लॉन्च व्हीकल में 4 मिसाइल दागे जाने के लिए तैयार रहते हैं।

यह भी पढ़ें- क्या है चीन की DF-61 मिसाइल जिसकी जद में अमेरिका समेत पूरी दुनिया

39,000 करोड़ रुपए में हुआ था S-400 की 5 यूनिट के लिए सौदा

भारत ने 2018 में रूस के साथ 39,000 करोड़ रुपए में S-400 की 5 यूनिट के लिए सौदा किया था। इसे पाकिस्तान और चीन से पैदा हो रहे खतरे को देखते हुए लिया गया। 2021 से 2023 के बीच S-400 के तीन यूनिट भारत को मिले। इन्हें आदमपुर (पंजाब), पूर्वी क्षेत्र और पश्चिमी क्षेत्र में तैनात किया गया है।

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