कांग्रेस ने मोहन भागवत को लिया आड़े हाथों, लिंचिंग और मंदी पर की थी आलोचना

नागपुर में आरएसएस की विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा था कि भारतीय प्ररिपेक्ष्य में लिंचिग शब्द का इस्तेमाल करना गलत है। यह शब्द भारत को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। भागवत ने यह भी कहा था कि देश में आर्थिक मंदी नहीं है क्योंकि देश पांच प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2019 1:20 PM IST / Updated: Oct 08 2019, 06:56 PM IST

मुंबई: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या और अर्थव्यवस्था पर उनकी टिप्पणी के लिए आड़े हाथों लिया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख ने कहा है कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या से उनके संगठन का कोई लेना देना नहीं और देश में कोई आर्थिक मंदी नहीं है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने एक बयान में कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या की घटनाओं को अंजाम लेने वाले लोग आरएसएस की विचारधारा से आते हैं।

लिंचिग शब्द का इस्तेमाल करना गलत- सचिन सावंत  

सावंत ने कहा, ‘‘आरएसएस का लिचिंग से कोई लेना नहीं है, यह कहना वैसा ही झूठ है जैसे यह कहना झूठ है कि आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन है, जातिवाद का विरोधी है, आरक्षण का समर्थक है और संविधान तथा तिरंगे का सम्मान करता है।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘ झूठ फैलाना संघ परिवार की विचारधारा है।’’ गौरतलब है कि नागपुर में आरएसएस की विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि भारतीय प्ररिपेक्ष्य में लिंचिग शब्द का इस्तेमाल करना गलत है। यह शब्द भारत को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। भागवत ने यह भी कहा कि देश में आर्थिक मंदी नहीं है क्योंकि देश पांच प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

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