बर्खास्त DSP दविंदर सिंह को लाया जा रहा है दिल्ली, दो आतंकवादियों के साथ कश्मीर से किया गया था गिरफ्तार

विशेष शाखा ने एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर 27 जनवरी को प्राथमिकी दर्ज की थी। इन अधिकारी को एक सूत्र से आतंकवादी साजिश की सूचना मिली थी।  प्राथमिकी में कहा गया था कि भरोसेमंद सूत्र से सूचना मिली थी कि डी कंपनी के अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील ने अपने शार्गिदों को दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में प्रभावशाली राजनीतिक और न्यायिक हस्तियों की हत्या करने का जिम्मा सौंपा था। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 14, 2020 6:07 PM IST / Updated: Mar 14 2020, 11:38 PM IST

नई दिल्ली. दो आतंकवादियों को पहुंचाने को लेकर गिरफ्तार किये गये जम्मू कश्मीर पुलिस के निलंबित अधिकारी दविंदर को जनवरी में दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में प्रभावशाली राजनीतिक और न्यायिक हस्तियों की ‘हत्या करने’ की कथित साजिश के सिलसिले में पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जा रहा है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।

सिंह को जनवरी में जम्मू कश्मीर से किया गया था गिरफ्तार 

पुलिस के अनुसार उससे पहले सिंह से जम्मू कश्मीर पुलिस और एनआईए ने पूछताछ की थी।  पुलिस उपायुक्त (विशेष शाखा) प्रमोद सिंह कुशवाहा ने कहा, ‘‘ राष्ट्रीय राजधानी में कोई भी आतंकवादी गतिविधि करने की साजिश का पता लगाने के लिए उससे पूछताछ करने के लिए उसे पेशी वारंट पर दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा दिल्ली लाया जा रहा है।’’ सिंह को जनवरी में लश्कर ए तैयबा के शीर्ष कमांडर नावेद बाबू और हिज्बुल मुजाहिदीन के अल्ताफ के साथ जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में गिरफ्तार किया गया था। वह श्रीनगर हवाई अड्डे पर पुलिस उपाधीक्षक के रूप में तैनात था।

दिल्ली में नेता और न्यायिक हस्तियों की हत्या की थी साजिश

विशेष शाखा ने एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर 27 जनवरी को प्राथमिकी दर्ज की थी। इन अधिकारी को एक सूत्र से आतंकवादी साजिश की सूचना मिली थी।  प्राथमिकी में कहा गया था कि भरोसेमंद सूत्र से सूचना मिली थी कि डी कंपनी के अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील ने अपने शार्गिदों को दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में प्रभावशाली राजनीतिक और न्यायिक हस्तियों की हत्या करने का जिम्मा सौंपा था। दाऊद इब्राहिम गिरोह के अंडरवर्ल्ड गुर्गों ने उच्च श्रेणी के हथियारों का इंतजाम का काम संभाला था। हथियारों को पहुंचाने की व्यवस्था शकील ने की थी और उसके संबंध में कूटभाषा में संदेश पहुंचाए गए।

अधिकारियों के अनुसार प्राथमिकी में उन व्यक्तियों के नाम नहीं हैं जो आतंकवादियों के निशाने पर थे।

(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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