दिग्विजय ने लगाया था हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप, 8 दिन में ऐसे बदला खेल, सिंधिया ने छोड़ दी कांग्रेस

मध्य प्रदेश की राजनीति में एक हफ्ते में चल रहे सस्पेंस पर बड़ा टर्निंग प्वॉइंट आया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए राजनीतिक संकट की शुरुआत (3 मार्च) दिग्विजय सिंह द्वारा लगाए गए 'हॉर्स ट्रेडिंग' के आरोपों से हुई।

Asianet News Hindi | Published : Mar 10, 2020 10:28 AM IST / Updated: Mar 10 2020, 05:08 PM IST

नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की राजनीति में एक हफ्ते में चल रहे सस्पेंस पर बड़ा टर्निंग प्वॉइंट आया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए राजनीतिक संकट की शुरुआत (3 मार्च) दिग्विजय सिंह द्वारा लगाए गए 'हॉर्स ट्रेडिंग' के आरोपों से हुई। उन्होंने भाजपा के नेता शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा पर कांग्रेस सरकार गिराने के लिए 25-35 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का आरोप लगाया। दिग्विजय सिंह के ट्वीट कर भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस विधायकों को दिल्ली ले जाया गया है। आरोप लगा कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया है।  इसके तुरंत बाद कांग्रेस के विधायकों के दिल्ली और फिर बेंगलुरु पहुंचने की खबरें आईं। 

दिल्ली में कमलनाथ ने सोनिया गांधी से मुलाकात की
मध्य प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता के चलते 9 मार्च की सुबह सीएम कमलनाथ ने सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की। सोनिया गांधी से मिलने के तुरंत बाद कमलनाथ ने कहा था, "मैं सोनिया गांधीजी के निर्देशों का पालन करूंगा। हमने मध्य प्रदेश में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। हमने कई मुद्दों पर भी चर्चा की।" 
- ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आंतरिक कलह के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ इस सवाल से बचते दिखाई दिए। 

18 विधायकों के बेंगलुरु पहुंचने की खबर
9 मार्च के करीब 3 बजे खबर आई कि कांग्रेस के 18 विधायक बेंगलुरु में हैं। उनके फोन भी बंद हैं। विधायकों के बारे में कहा गया था कि वे सिंधिया के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

कैबिनेट मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने के भाजपा के कयासों की खबर आने लगी। इस बीच 9 मार्च की शाम को भोपाल में सीएम के आवास पर आपातकालीन कैबिनेट की बैठक में करीब 18 मंत्रियों ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। 

10 मार्च की सुबह 10.45 बजे पीएम मोदी से मुलाकात
10 मार्च की सुबह ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने आवास से निकलकर सीधे गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। इसके बाद अमित शाह के साथ पीएम मोदी के आवास पर उनसे मिलने के लिए पहुंचे। पीएम के आवास पर सिंधिया की बैठक सुबह 10.45 बजे शुरू हुई।

पीएम मोदी के साथ सिंधिया की एक घंटे हुई बैठक
पीएम आवास पर सिंधिया, अमित शाह और पीएम मोदी के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। लंबी बातचीत के बाद पीएम मोदी के आवास से निकले। 

मोदी से मुलाकात से 20 मिनट बाद दिया इस्तीफा
9.58 बजे सिंधिया घर से निकले। इसके बाद पीएम मोदी से मुलाकात के बाद 11.55 बजे पीएम आवास से निकले। फिर दोपहर 12.10 बजे इस्तीफा दे दिया।

सिंधिया के इस्तीफे से 25 मिनट बाद 19 विधायकों ने दिया इस्तीफा
सिंधिया के इस्तीफे के 25 मिनट बाद दोपहर 12.35 बजे सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने हाथ से लिखा इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया। 

मुलाकात के बाद सिंधिया ने इस्तीफे की कॉपी की ट्वीट
पीएम मोदी के मुलाकात के बाद करीब 12.10 बजे ज्यातिरादित्य सिंधिया ने अपने इस्तीफे की कॉपी ट्वीट की। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि कॉपी में इस्तीफा देने की तारीख 9 मार्च थी। सिंधिया ने अपना इस्तीफा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा। उन्होंने लिखा वे जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं और बीते कुछ समय से कांग्रेस में रहते हुए ऐसा नहीं कर पा रहे थे।

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