प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) के लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात का प्रसारण 26 दिसंबर को होगा। यह इस साल का अंतिम प्रसारण है। इसके लिए प्रधानमंत्री ने tweet करके लोगों से उनके विचार और आइडियाज मांगे हैं। ऐसे लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी है, जो देश और दुनिया में बदलाव लाने निरंतर कुछ नया कर रहे हैं।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra modi) ने देशवासियों से आग्रह किया है कि वे ‘मन की बात’ के लिए अपने विचार साझा करें। मन की बात का प्रसारण रविवार 26 दिसंबर, 2021 को होगा। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा है- “मुझे इस महीने की 26 तारीख की #MannKiBaat के लिये कई विचार मिल रहे हैं, जो 2021 का अंतिम प्रसारण होगा। इनमें कई भिन्न-भिन्न क्षेत्रों वाले तथा जमीनी स्तर पर बदलाव लाने के लिये काम कर रहे तमाम व्यक्तियों की जीवन यात्रा से सम्बंधित विचार शामिल हैं। अपने विचारों को साझा करते रहें।”
ऐसे भेजें अपने विचार
'मन की बात' के लिए विचारों को नमो ऐप, Mygov पर साझा किया जा सकता है या 1800-11-7800 पर संदेश रिकॉर्ड किया जा सकता है। (पुरानी मन की बात सुनने के लिए यहां क्लिक करें)
मन की बात के बारे में
मन की बात आकाशवाणी पर प्रसारित किया जाने वाला एक कार्यक्रम है। इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीयों को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्टूबर 2014 को किया गया था। जनवरी 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी मोदी के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे और भारतीयों के पत्रों के उत्तर दिए थे।
यह भी जानें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) का मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann Ki baat) अब सभी प्रमुख ऑडियो और संगीत मंचों (Music Platforms) पर उपलब्ध है। यह विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच कार्यक्रम की पहुंच बढ़ाने में मदद करेगा। मन की बात से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यह कार्यक्रम अब स्पॉटिफाई, हंगामा, गाना, जियो सावन, विंक और अमेजन म्यूजिक जैसे मंचों पर भी उपलब्ध होगा। इससे पहले यह टेलीविजन, रेडियो, नमो ऐप और यूट्यूब पर उपलब्ध होता था। यह लोगों को ‘मन की बात' कार्यक्रम को विभिन्न ऑडियो मंचों पर बिना किसी बाधा के सुनने में मदद करेगा चाहे वे कहीं भी हों। मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद, इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी, जिसमें वह विभिन्न मुद्दों पर देश के लोगों से बात करते हैं। कार्यक्रम आमतौर पर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित किया जाता है। इसकी पहली कड़ी अक्टूबर 2014 में प्रसारित हुई थी और यह 2019 में एक संक्षिप्त अवधि को छोड़कर, जब प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव के दौरान इसे रोक दिया था, निर्बाध रूप से चल रहा है। आज 28 नवंबर को इसका 83वां संस्करण प्रस्तुत किया गया।
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