उद्धव का BJP को जवाब, मैंने बातचीत रोक दी है, क्योंकि उन्होंने मुझे झूठा बताया, 50-50 पर बात हुई थी

महाराष्ट्र में सरकार गठन पर सस्पेंस बरकरार है। इस बीच शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, शिवसेना का सीएम होने के सपने को पूरा करने के लिए मुझे किसी के मदद की जरूरत नहीं है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 8, 2019 12:59 PM IST / Updated: Nov 08 2019, 06:44 PM IST

मुंबई. महाराष्ट्र में सरकार गठन पर सस्पेंस बरकरार है। इस बीच शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, शिवसेना का सीएम होने के सपने को पूरा करने के लिए मुझे किसी के मदद की जरूरत नहीं है। देवेंद्र फडणवीस ने अमित शाह का हवाला देकर 2.5 साल के सीएम की बात होने से इनकार किया, जनता को पता है कौन झूठ बोल रहा। हमने हमेशा लोगों की आवाज उठाई है। हम सरकार का हिस्सा होने के बाद भी उनसे  (बीजेपी) सवाल पूछते थे, इसलिए लोगों ने हमारा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मैंने बातचीत रोक दी है, क्योंकि भाजपा ने मुझे झूठा बनाया है।

जो आपको गाली देते थे, उनसे हाथ मिलाया : उद्धव ठाकरे 
दुष्यंत चौटाला का वीडियो दिखाकर उद्धव ठाकरे  ने कहा कि जो आपको गाली देते थे, उनसे हाथ मिलाया। उन्होंने कहा, जनता के सामने झूठा बोला बर्दाश्त नहीं। पीएम मोदी पर कभी आरोप नहीं लगाए। गंगा साफ करते-करते उनका मन दूषित हुआ। शाह का नाम लेकर मुझपर झूठे आरोप लगाए गए।

हम जुबान देते हैं तो निभाते हैं :  उद्धव ठाकरे 
फडणवीस ने 5 साल के काम का श्रेय खुद को दिया। हम जुबान देते हैं तो निभाते हैं। सीएम बनाने के लिए शाह-फडणवीस की मदद नहीं चाहिए। फडणवीस मेरे अच्छे मित्र हैं। चुनाव से पहले बीजेपी ने मीठी बातें की। झूठ बोलने वालों से क्या चर्चा करूं। हमारा काम बीजेपी के जैसा नहीं। 50-50 पर साफ बात हुई। डिप्टी सीएम पद के लिए तैयार नहीं हैं। फडणवीस थे, इसलिए शिवसेना ने साथ दिया।

बातचीत के दरवाजे खुले हैं :  उद्धव ठाकरे 

उन्होंने कहा कि मैं बातचीत के लिए हमेशा तैयार हूं। बातचीत के दरवाजे खुले हैं, लेकिन मैं झूठ से परेशान हूं। बाल ठाकरे के बच्चों के झूठा बताया। राम मंदिर कोर्ट के फैसले के बाद बनेगा, उसका श्रेय कोई सरकार नहीं ले सकती है। 

कांग्रेस-एनसीपी से कोई चर्चा नहीं हुई :  उद्धव ठाकरे 

एक सवाल के जवाब में  उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी से सरकार बनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। लोकसभा चुनाव के वक्त अमित भाई के बहुत फोन आते थे। मैंने उनसे कहा कि तब दिन में चार चार फोन आते थे, लेकिन मुझे आश्चर्य इस बात का है कि दुष्यंत चौटाला ने उन्हें गालियां दीं, लेकिन उन्हीं के साथ सरकार बना ली। 

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