15 दिन पहले कुंभ की समाप्ति के बाद भी महामारी का बड़ा खतरा अभी टला नहीं, जानिए क्या है इसकी वजह

देश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने विभिन्न राज्य कड़े फैसले ले रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड के हरिद्वार कुंभ ने सबको चिंता में डाल दिया है। हालांकि निरंजनी अखाड़े ने 15 दिन पहले कुंभ समाप्ति का ऐलान करके एक सराहनीय कदम उठाया है। पर खतरा अभी टला नहीं है। इसे लेकर वैज्ञानिक चिंता में हैं। बता दें कि उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में ↑2,220 आए हैं। अकेले हरिद्वार में 613 केस मिले। कोरोन के कारण महामंडलेश्वर कपिल देव दास की संक्रमण से मौत के बाद साधु-संतों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Apr 16, 2021 2:42 AM IST / Updated: Apr 16 2021, 08:38 AM IST

हरिद्वार, उत्तराखंड. निर्धारित समय से 15 दिन पहले निरंजनी अखाड़े ने महाकुंभ समाप्ति का ऐलान करके एक सराहनीय कदम उठाया है। लेकिन महामारी का बड़ा खतरा अभी टला नहीं है। क्योंकि बाकी अखाड़ों ने अभी ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। इसे लेकर वैज्ञानिकों ने गंभीर चेतावनी दी थी। बता दें कि कुंभ मेले में 12 से 14 अप्रैल तक तीन स्नानों पर गंगा में 49 लाख से ज्यादा लोगों सहित साधु-संतों से डुबकी लगाई। रुड़की यूनिवर्सिटी के वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. संदीप शुक्ला ने अलर्ट किया है कि संक्रमित लोगों के गंगा में स्नान करने से आगामी दिनों में महामारी खतरनाक स्थिति में आ सकती है।

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