भारत ने ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय छात्र शुभम गर्ग को चाकू मारने की घटना को शुक्रवार को चौंकाने वाला बताया और कहा कि वह उम्मीद करता है कि ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी इसे गंभीरता से लेगा और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 28 वर्षीय भारतीय छात्र शुभम गर्ग पर हुए कातिलाना हमले को लेकर भारत ने नाराजगी जताई है। माना जा रहा है कि लूटपाट के इरादे से उस पर 11 बार चाकू से हमला किया गया। इसे नस्लीय हमले से भी जोड़कर देख जा रहा है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय छात्र को चाकू मारने की घटना को शुक्रवार को चौंकाने वाला(shocking) बताया और कहा कि वह उम्मीद करता है कि ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी इसे गंभीरता से लेगा और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि घटना के सिलसिले में एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सिडनी में न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय के छात्र शुभम गर्ग (28) को एक व्यक्ति ने चेहरे, छाती और पेट में कई बार चाकू मार दिया। वो शुभम से पैसा लूटना चाहता था। यह है पूरा मामला...
6 अक्टूबर की रात को हुआ था हमला
न्यू साउथ वेल्स (NSW) पुलिस बल ने पिछले दिनों एक बयान में कहा था कि यह घटना 6 अक्टूबर की रात करीब 10.30 बजे हुई, जब शुभम पेसिफिक हाईवे पर चल रहे थे। घटना के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि कैनबरा में हाईकमिशन और सिडनी में वाणिज्य दूतावास( consulate ) स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और एक संदिग्ध हिरासत में है। बता दें कि शुभम यूपी के किरावल क्षेत्र का रहने वाला है। इस मामले में डेनियल नॉरवुड(Daniel Norwood ) नाम के एक 27 वर्षीय व्यक्ति को क्राइम सीन के पास से गिरफ्तार किया गया है। उस पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया। उसके स्थानीय निवास के लिए एक तलाशी वारंट जारी किया गया था, जहां से पुलिस द्वारा कई सामान जब्त किए गए हैं।
एक मीडिया ब्रीफिंग में इस घटना के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा, "यह एक चौंकाने वाली घटना है। हम इसके बारे में जानते हैं। वह (गर्ग) अस्पताल में हैं और उनका इलाज चल रहा है।" बागची ने कहा कि भारतीय मिशन के एक अधिकारी ने अस्पताल में शुभम से मुलाकात की और कांसुलर सेवाओं की पेशकश की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हमें पता चला है कि एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। हम उम्मीद करते हैं कि मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।" बागची ने कहा कि भारतीय मिशन शुभम के परिवार के सदस्यों के साथ भी संपर्क में है और उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजने की दिशा में तेजी से मदद कर रहा है।
क्या यह नस्लीय हमला था?
यह पूछे जाने पर कि क्या यह नस्लीय हमला था? उन्होंने कहा, "मैं अटकलें नहीं लगाना चाहता, हमारा ध्यान उसके इलाज पर है और अपराधी को पकड़ लिया गया है।" पता चला है कि ऑस्ट्रेलियाई हाई कमिशन ने शुभम के परिवार को वीजा जारी किया है।
यह भी जानें
शुभम 1 सितंबर को IIT मद्रास से ग्रेजुएशन करने के बाद ऑस्ट्रेलिया गए थे। छह अक्टूबर की रात करीब साढ़े दस बजे शुभम एटीएम से पैसे निकालकर लौट रहे थे तभी एक व्यक्ति उसके पास पहुंचा। उसने चाकू दिखाकर धमकाया और पैसे की मांग की। पैसे नहीं देने पर उसने शुभम पर हमला कर दिया। उसे 11 बार चाकू से गोदा और भाग गया। वह घायल स्थिति में पास के एक घर में गए। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। शुभम के चेहरे, छाती और पेट में कई घाव हैं।
शुभम के परिवार से बात हुई है। सिडनी एंबेसी और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से भी बात की है। शुभम के छोटे भाई के वीजा की बात भी हुई है। जिससे सिडनी में जाकर शुभम से उनका परिवार मुलाकात कर सके- नवनीत सिंह चहल, DM आगरा
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