
नई दिल्ली। किसानों के सिंघु बार्डर (Singhu Border) पर चल रहे आंदोलन (farmers protest) को लेकर ट्वीटर (twitter) पर एक बार फिर ट्रोल शुरू हो गया है। सिंघु बार्डर पर एक युवक का हाथ काटे जाने और उसे लटकाए जाने की घटना के बाद ट्वीटर पर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और विपक्ष के नेताओं के खिलाफ जमकर कमेंट किए जा रहे हैं। विजयदशमी पर इन सब नेताओं को रावण के रूप में पेश किया जा रहा है।
दरअसल, ट्वीटर पर एक फोटो जमकर पोस्ट किया जा रहा है। इसमें रावण का प्रतीकात्मक फोटो है। इस फोटो में दस सिर हैं। मुख्य सिर पर किसान नेता राकेश टिकैत का फोटो है। जबकि अन्य सर पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, एआईएमआईएम नेता सांसद असदुद्दीन ओवैसी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के फोटो हैं।
ट्वीटर पर ऐसे-ऐसे हो रहे कमेंट...
यूजर ऐली ने ट्वीट किया कि अगर आप अफगानिस्तान के हालात को महसूस नहीं कर सकते तो सिंघु बार्डर एक बार विजिट कर लीजिए। तालिबान जो कर रहे वहीं फर्जी किसान भी कर रहे हैं।
सिंघु बार्डर पर किसान आंदोलन में एक युवक के हाथ काटने वाले वाला वीडियो एक यूजर ने शेयर कर लिखा है कि रियलिटी ऑफ फार्मर्स प्रोटेस्ट...
ट्वीटर के कुछ अन्य कमेंट्स इस प्रकार हैं...
सिंघु बॉर्डर पर हिंसा की सारी सीमाएं पार हो चुकी हैं। इससे पहले 26 जनवरी की हिंसा, लड़की के साथ रेप, पंजाब में भाजपा नेता के साथ अभद्रता और बल्लभगढ़ में जलाकर मारने की घटना सामने आई। यह किसान नहीं हो सकते।
यह तालिबान नहीं है। यह भारत के भीतर एक विरोध का सेलिब्रेशन स्थल है। एक आदमी का हाथ कटा हुआ, शरीर तमाशे की तरह लटका हुआ था। प्रारंभिक जांच का कहना है कि कारण एक धार्मिक पुस्तक की ईशनिंदा है। जो बोले सो निहाल के नारों के साथ शरीर की तस्वीरें लेने वाली भीड़ फैल गई।
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