निर्भया के दोषियों को फांसी हो जाए, इसके लिए मां आशा देवी 7 साल से कोर्ट के चक्कर काट रही हैं। गुरुवार को भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। निर्भया की मां ने कहा, सुप्रीम कोर्ट पर मुझे पूरा भरोसा है।
नई दिल्ली. निर्भया के दोषियों को फांसी हो जाए, इसके लिए मां आशा देवी 7 साल से कोर्ट के चक्कर काट रही हैं। गुरुवार को भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। निर्भया की मां ने कहा, सुप्रीम कोर्ट पर मुझे पूरा भरोसा है। कल उनकी रिट पेटिशन खारिज होगी। दया याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है। उम्मीद है कि सोमवार को डेथ वारंट जारी होगा। एक न एक दिन वे चारों फांसी पर जरूर लटकेंगे।
20-30 दिन में जरूर होगी फांसी : निर्भया की वकील
निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा, मुश्किल से 20 से 30 दिन लगेंगे। चारों दोषियों को फांसी जरूर मिलेगी। डेथ वारंट की भी बस तारीख निश्चित नहीं है, एक न एक दिन इस कोर्ट को डेथ वारंट जारी करना ही होगा।
दोषियों को फांसी के लिए प्रदर्शन
निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द चारों दोषियों को फांसी हो। बता दें कि आज तीन मामलों में कोर्ट में सुनवाई हुई।
कोर्ट में कौन-कौन से तीन मामले
निर्भया केस में आज तीन मामलों में सुनवाई हुई। पहला मामला, दोषियों को अलग-अलग फांसी देने का है। केंद्र सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को कल तक के लिए टाल दिया है। दूसरा मामला, दया याचिका को चुनौती देने का है। दोषी विनय ने दया याचिका खारिज किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। तीसरा मामला डेथ वॉरंट का है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया की मां ने दोषियों के लिए नया डेथ वॉरंट जारी करने की मांग की है।
दोषी विनय के वकील ने दिया पागल होने का तर्क
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोषी विनय के वकील ने कहा, मेरा क्लाइंट पागल है। वह कई बार पागलखाने जा चुका है। उसे दवाइयां दी जाती हैं। इसलिए उसे फांसी नहीं दी जा सकती है। वकील ने यह भी तर्क दिया कि जिन चार दोषियों को फांसी देने की मांग की जा रही है, वह चारों हैबिचुअल अपराधी नहीं हैं।