उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसनीय और प्रेरक बताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि पत्र के एक एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को एक नया विश्वास प्रदान किया है। सभी देशवासियों से पीएम ने आग्रह करते हुए लिखा कि सच्चाई और संवेदनाओं से भरे इस पत्र को सभी को पढ़ना चाहिए।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र को प्रशंसनीय और प्रेरक बताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि पत्र के एक एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को एक नया विश्वास प्रदान किया है। सभी देशवासियों से पीएम ने आग्रह करते हुए लिखा कि सच्चाई और संवेदनाओं से भरे इस पत्र को सभी को पढ़ना चाहिए।
दरअसल कृषि से जुड़े बिलों को केंद्र सरकार ने रविवार को राज्यसभा से पास करा दिया था। इस दौरान संसद के उच्च सदन में विपक्ष ने वोटिंग के दौरान उपसभापति के साथ अनुचित व्यवहार कर उनका माइक तोड़ दिया था और सदन की रूलबुक भी फाड़ दी थी । इसी को लेकर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने मंगलवार को राष्ट्रपित को पत्र लिखा था जिसपर पीएम मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हांलाकि इस संबंध में राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू ने हंगामा करने वाले आठ विपक्षी सांसदों को सोमवार को निलंबित कर दिया था।
इधर विपक्षियों ने संसद सत्र का बहिष्कार किया
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस ने मंगलवार को विपक्षी पार्टियों समेत संसद सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया है। निलंबित किए गए नेताओं के निलंबन को वापस लेने और कृषि बिल पर पुनर्विचार करने संबंधी मांग को लेकर विपक्ष ने संसद का बहिष्कार किया है।