
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला समेत नेशनल कांफ्रेंस और उसकी धुर प्रतिद्वंद्वी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी : पीडीपी : के दो कद्दावर नेताओं के खिलाफ गुरुवार को प्रशासन ने जन सुरक्षा कानून : पीएसए : के तहत मामला दर्ज कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की मौजूदगी में मजिस्ट्रेट ने उस बंगले में जाकर महबूबा को आदेश सौंपा जहां उन्हें नजरबंद रखा गया है ।
सरताज मदनी के खिलाफ भी दर्ज हुआ मामला
उन्होंने बताया कि उमर अब्दुल्ला के खिलाफ भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है। नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव और पूर्व मंत्री मोहम्मद सागर को प्रशासन ने पीएसए नोटिस थमाया। शहर के कारोबारी इलाके में सागर का मजबूत आधार माना जाता है। इसी प्रकार पीडीपी के नेता सरताज मदनी के खिलाफ भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है।मदनी महबूबा मुफ्ती के मामा हैं ।
सागर और मदनी दोनों को केंद्र सरकार द्वारा पांच अगस्त के बाद राज्य के नेताओं पर की गई कार्रवाई के तहत नजरबंद किया गया था। पांच अगस्त को केंद्र ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के साथ ही इसे दो केंद्र शासित हिस्सों में बांट दिया था।
गुरुवार को खत्म हो रही थी हिरासत
इन लोगों की छह महीने की एहतियातन हिरासत अवधि गुरुवार को खत्म हो रही थी। इससे पूर्व अधिकारियों ने बताया था कि नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व विधायक बशीर अहमद वीरी के खिलाफ भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है । लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें रिहा कर दिया गया है।
पांच अगस्त से हिरासत में हैं ये नेता
केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किए जाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों ‘जम्मू-कश्मीर और लद्दाख’ में बांटे जाने के बाद यहां तमाम नेताओं, कार्यकर्ताओं और व्यापारी नेताओं को हिरासत में लिया गया था। कई नेताओं की रिहाई के बाद भी, अभी नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला तथा पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती हिरासत में ही हैं।