देश में वैक्सीन रखने के 4 प्राथमिक स्टोरी, साइड इफेक्ट की जांच के लिए होगी रियल टाइम रिपोर्टिंग

राजेश भूषण ने बताया, वैक्सीनेशन के लिए सेशन बांटने की पूरी प्रकिया इलेक्ट्रॉनिकली होगी। लाभार्थी को वैक्सीनेशन हुआ ये डिजिटली रिकॉर्ड किया जाएगा और उसे अगला डोज लेने कब आना है इसकी जानकारी भी उसे डिजिटली मिलेगी।

Asianet News Hindi | Published : Jan 5, 2021 11:22 AM IST

नई दिल्ली. भारत में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के साथ ही सरकार लगातार इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वैक्सीन लेने के बाद अगर कोई बुरा प्रभाव होता है तो उसकी रियल टाइम रिपोर्टिंग के लिए कोविड वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम में प्रावधान किया गया है।

वैक्सीनेशन की पूरी प्रक्रिया इलेक्ट्रानिकली होगी
राजेश भूषण ने बताया, वैक्सीनेशन के लिए सेशन बांटने की पूरी प्रकिया इलेक्ट्रॉनिकली होगी। लाभार्थी को वैक्सीनेशन हुआ ये डिजिटली रिकॉर्ड किया जाएगा और उसे अगला डोज लेने कब आना है इसकी जानकारी भी उसे डिजिटली मिलेगी।

हेल्थ वर्कर्स को पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं
"हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविन प्लेटफॉर्म पर अपना पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी, उनका डाटा पहले ही रिकॉर्ड किया जा चुका है।"

देश में वैक्सीन के 37 स्टोरी, 4 प्राथमिक स्टोरी भी हैं
"करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में स्थित GMSD नामक 4 प्राथमिक वैक्सीन स्टोर हैं। देश में 37 वैक्सीन स्टोर हैं, जहां वैक्सीन को रखा जाएगा और  आगे वितरित किया जाएगा।" 

कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 6% से भी कम हुआ
"सक्रिय मामले 6 महीने के बाद 2,50,000 से कम हो गए हैं। पिछले 11 दिनों से कोरोना से रोज़ 300 से कम लोगों की मौत हो रही है। पॉजिटिविटी रेट 6% से भी कम हो गया है।"
 

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