केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नए कृषि कानूनों से एमएसपी और मंडियों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनका यह जवाब शरद पवार के शनिवार को दिए उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि नए कृषि कानूनों से मंडी व्यवस्था कमजोर होगी और यह एमएसपी पर उल्टा असर डालेंगे।
नई दिल्ली. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नए कृषि कानूनों से एमएसपी और मंडियों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनका यह जवाब शरद पवार के शनिवार को दिए उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि नए कृषि कानूनों से मंडी व्यवस्था कमजोर होगी और यह एमएसपी पर उल्टा असर डालेंगे।
कृषि मंत्री तोमर ने एक के बाद एक कर कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा, नए कानून किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अतिरिक्त विकल्प देने की सुविधा प्रदान करते हैं, ताकि वे अपनी उपज के लिए प्रतिस्पर्धी और बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकें। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह वर्तमान एमएसपी प्रणाली इससे प्रभावित नहीं होगी।
कृषि मंत्री रहते सुधार लाना चाहते थे शरद पवार- तोमर
तोमर ने कहा, उनके लिए दिग्गज नेता शरद पवार के ट्वीट में कृषि सुधारों पर अज्ञानता और गलत सूचना का मिश्रण देखना निराशाजनक था। जबकि यूपीए शासन में कृषि मंत्री रहते उन्होंने खुद कृषि संबंधी सुधारों लाने की पुरजोर कोशिश की।
इसके अलावा कृषि मंत्री ने कहा, नए कानूनों के तहत मंडियां प्रभावित नहीं होंगी। इसके बजाय वे सेवाओं और बुनियादी ढांचे के तौर पर अधिक प्रतिस्पर्धी और लागत प्रभावी होंगे। एमएसपी और मंडी प्रणाली किसानों के सामान्य हित के लिए सह-अस्तित्व में होंगी।
किसानों को कृषि कानूनों के फायदे गिनाएंगे पवार
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, पवार इतने अनुभवी नेता हैं कि मुझे लगता है कि उन्हें वास्तव में गलत तथ्यों से अवगत कराया गया है। उन्होंने कहा, अब जब उनके पास सही फैक्ट होंगे, तो मुझे उम्मीद है कि वे अपना रुख भी बदलेंगे और हमारे किसानों को इसके फायदे भी गिनाएंगे।