
Operation Sindoor: पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के ठीक दो हफ्ते बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के 'ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) के 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। आईए जानते हैं ऑपरेशन के बाद क्या-क्या हुआ?
भारतीय सेना ने देर रात 1.44 बजे एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी किऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत पाकिस्तान और PoJK के उन ठिकानों को निशाना बनाया गया है, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जाती थी और उन्हें अंजाम दिया जाता था।
सेना ने इस बात पर जोर दिया कि हमले में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है। सेना ने कहा कि हमारी कार्रवाई लक्ष्य चयन और क्रियान्वयन के तरीके में बेहद संयमित और सीमित रही है।
ऑपरेशन के तहत कुल 9 आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमले किए गए। रक्षा सूत्रों के अनुसार, ये सभी ठिकाने आतंकवादियों की भर्ती, ट्रेनिंग और भारत में हमलों की साजिश के केंद्र थे।
हमले के बाद एनएसए अजीत डोभाल ने यूएस के एनएसए और सेक्रेटरी ऑफ स्टेट मार्को रूबियो से बात कर पूरे घटनाक्रम को ब्रीफ किया।
वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने कई देशों में अपने समकक्षों से बात की है और उन्हें भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस शामिल हैं।
यह ऑपरेशन 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत का कारण बने पाहलगाम आतंकी हमले की प्रतिक्रिया के तौर पर किया गया। उस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था और सरकार ने सख्त जवाब का संकेत दिया था।
भारतीय सेना ने X पर पोस्ट किया-Justice is served. Jai Hind!
इससे पहले सेना ने लिखा था- "प्रहाराय सन्निहिताः, जयाय प्रशिक्षिताः"
(अर्थ: वार के लिए तत्पर, विजय के लिए प्रशिक्षित।)
भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विस्तृत प्रेस ब्रीफिंग आज कुछ देर में होने की संभावना है, जिसमें ऑपरेशन की तकनीकी जानकारी, हथियार प्रणाली और सटीक हमले की रणनीति साझा की जा सकती है।
पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को पुष्टि की कि भारतीय मिसाइल हमलों ने पाकिस्तान के भीतर स्थित तीन स्थानों—मुझफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर के अहमद ईस्ट क्षेत्र—को निशाना बनाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “यह शर्म की बात है। हमने अभी इसके बारे में सुना, जैसे ही हम ओवल के दरवाजे से अंदर जा रहे थे, अभी इसके बारे में सुना। मुझे लगता है कि लोगों को अतीत के आधार पर पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं, आप जानते हैं, वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाए।”