
Trump Double Tariff: इस बैठक में इस बात को लेकर चर्चा होगी कि अमेरिकी टैरिफ बढ़ने से भारत के निर्यात पर क्या असर पड़ेगा और आगे क्या कदम उठाए जाएंगे। अमेरिका ने हाल ही में भारतीय सामान पर आयात शुल्क 50% तक बढ़ा दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव बढ़ गया है। माना जा रहा है कि बैठक में इस फैसले के जवाब में भारत की रणनीति पर बात होगी। व्हाइट हाउस के मुताबिक, गुरुवार रात से 60 से ज्यादा देशों और यूरोपीय संघ से आने वाले सामान पर 10% या उससे ज्यादा टैक्स लगाया गया है।
नई दरों के अनुसार, यूरोपीय संघ, जापान और दक्षिण कोरिया से आयात पर 15% टैरिफ, जबकि ताइवान, वियतनाम और बांग्लादेश से आने वाले उत्पादों पर 20% टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इससे ये देश अमेरिका में अरबों डॉलर का निवेश करने के लिए प्रेरित होंगे।
भारत से अमेरिका जाने वाले मसालों पर 50% टैरिफ बढ़ने से वहां की रसोई पर सीधा असर पड़ेगा। घरों, रेस्तरां और बड़े खाद्य निर्माताओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई मसाले भारत से ही आते हैं। अमेरिकी कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अमेरिका ने भारत से 410 मिलियन डॉलर से अधिक के मसाले मंगाए थे।
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भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है, लेकिन खेती और डेयरी उत्पादों के मुद्दे पर दोनों में सहमति नहीं बन पा रही है। अमेरिका चाहता है कि वह अपने कृषि और डेयरी उत्पाद आसानी से भारत में बेच सके, लेकिन भारत इसके लिए तैयार नहीं है। ऐसे में पीएम मोदी की यह बैठक आने वाले दिनों में भारत की व्यापार नीति तय करने में महत्वपूर्ण हो सकती है।