ब्रिटेन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चिंता की बात ये है कि यहां कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आए हैं। ऐसे में सरकार 21 जून को खत्म हो रहे लॉकडाउन को चार हफ्ते और बढ़ाने पर विचार कर रही है।
लंदन. ब्रिटेन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चिंता की बात ये है कि यहां कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आए हैं। ऐसे में सरकार 21 जून को खत्म हो रहे लॉकडाउन को चार हफ्ते और बढ़ाने पर विचार कर रही है।
ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 8,125 नए मामले सामने आए। ये फरवरी के अंत से अभी तक यह एक दिन में आए सबसे ज्यादा मामले हैं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के मुताबिक, डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित होने वालों की संख्या में पिछले एक हफ्ते में 30000 बढ़ी है। ऐसे में यहां इसके केस बढ़कर 42,323 हो गए हैं।
अभी अंतिम फैसला होना बाकी
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बीबीसी को बताया कि अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुई है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सोमवार को लॉकडाउन को लेकर कोई ऐलान से पहले ताजा आंकड़ों का एनालिसिस कर विकल्पों पर विचार करेंगे। ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन ने भी लॉकडाउन को बढ़ाने की अपील की है।
ब्रिटेन में अभी लॉकडाउन लगा हुआ है। यहां 21 जून को यह खत्म होने वाला था। ऐसे में इसे फ्रीडम डे कहा जा रहा था। माना जा रहा था कि इस दिन से ब्रिटेन में सभी पाबंदियां हट जाएंगी। लेकिन अब सरकार फिर लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में नजर आ रही है।
वैक्सीनेशन तेज करने के पक्ष में सरकार
बताया जा रहा है कि ब्रिटेन में लॉकडाउन बढ़ाने का उद्देश्य देश में वैक्सीनेशन को और प्रभावी बनाने का है। इससे कम उम्र के लोगों से बड़े आयु वर्ग तक लोग कोरोना की दूसरी डोज से कवर हो जाएंगे।
डेल्टा वैरिएंट ज्यादा खतरनाक
वहीं, हाल ही में एक स्टडी में सामने आया है कि B.1.1.7 की तुलना में B.1.617.2 को ज्यादा संक्रामक पाया गया है। इस स्टडी में डेल्टा वैरिएंट के ज्यादा संक्रामक होने के सबूत मिले हैं। इतना ही नहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही भारत में कोरोना की दूसरी लहर इतनी खतरनाक हुई।