कैबिनेट ने पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की, सीएम के इस्तीफे के बाद किसी ने पेश नहीं किया दावा

पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के बाद ही नई सरकार बनेगी। दरअसल, फ्लोर टेस्ट में फेल हुए मुख्यमंत्री नारायणसामी के इस्तीफे के बाद माना जा रहा था कि मुख्यविपक्षी दल एआईएडीएमके सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। लेकिन AIADMK ने कहा कि राज्य में चुनाव करीब हैं, ऐसे में उनकी पार्टी चुनाव में उतरेगी।

Asianet News Hindi | Published : Feb 24, 2021 11:22 AM IST

नई दिल्ली. पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के बाद ही नई सरकार बनेगी। दरअसल, फ्लोर टेस्ट में फेल हुए मुख्यमंत्री नारायणसामी के इस्तीफे के बाद माना जा रहा था कि मुख्यविपक्षी दल एआईएडीएमके सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। लेकिन AIADMK ने कहा कि राज्य में चुनाव करीब हैं, ऐसे में उनकी पार्टी चुनाव में उतरेगी। 

उधर,  केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश कर दी। 22 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित ना कर पाने के बाद सीएम नारायणसामी ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन की सिफारिश पर मंत्रिमंडल ने प्रस्ताव राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेज दिया था। 

किसी ने पेश नहीं किया सरकार बनाने का दावा
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि नारायण सामी के इस्तीफे के बाद किसी ने भी सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। इसके बाद एलजी ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की। इसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास मंत्रिमंडल ने भेज दिया है, उनकी मंजूरी के बाद विधानसभा भंग हो जाएगी। 

उधर, AIADMK के पास बहुमत था। AINRC के 7, AIADMK के 4 और भाजपा के 3 मनोनीत सदस्य मिलाकर आंकड़ा 14 तक पहुंचा। माना भी यही जा रहा था कि अन्नाद्रमुक सरकार बनाने का दावा पेश करेगी, पर पार्टी ने ऐसा नहीं किया।

इन विधायकों के इस्तीफे के बाद गिरी सामी सरकार 
हाल ही में कांग्रेस के के. लक्ष्मीनारायणन और डीएमके के के. वेंकटेशन ने इस्तीफा दिया था। इससे पहले  ए. जॉन कुमार, ए. नमस्सिवम, मल्लादी कृष्णा राव और ई थेपयन्थन ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी।

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