सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयरस्ट्राइक क्यों भारत के दूसरे हमलों से अलग है Operation Sindoor

Published : May 07, 2025, 02:32 PM IST
Rafale Landing on Ganga Expressway

सार

India strikes on Pakistan: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। यह सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट से भी बड़ा ऑपरेशन है। कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

Operation Sindoor: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लिया है। यह पहली बार नहीं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पाकिस्तान को तगड़ा जवाब दिया है। इससे पहले 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक किया गया था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर इन सबसे चार कदम आगे है। सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक पैमाने और दायरे में सीमित थे। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर तकनीकी रूप से मजबूत, व्यापक और भारत द्वारा अब तक किए गए किसी भी मिशन से अलग है।

ऑपरेशन सिंदूर बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारत द्वारा किया गया सबसे बड़ा सीमापार हमला है। इससे भारत ने पाकिस्तान और उसके पाले पोसे गए आतंकवादियों साफ और सख्त संदेश दिया है। बताया है कि वे कहीं भी छिप जाएं, भारत की पहुंच से बच नहीं सकते।

ऑपरेशन सिंदूर के लिए टारगेट का चुनाव

ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 स्थानों पर हमला किया गया। इनमें मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकसवारी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल शामिल हैं। 24 मिसाइल हमले किए गए। 70+80 आतंकवादियों का सफाया हुआ है। 60 से ज्यादा घायल हैं।

हमले के लिए हर जगह का चुनाव लंबे समय से किए जा रहे निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया। प्रत्येक टारगेट की लंबे समय से निगरानी की जा रही थी। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सैटेलाइट इमेजरी, मानव स्रोतों और इंटरसेप्टेड संचार को मिलाकर जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के किस ठिकाने पर हमला करना है यह तय किया था।

हथियार और प्लेटफॉर्म का चुनाव

ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओं ने मिलकर काम किया। ऑपरेशन में हवा से लॉन्च की जाने वाली SCALP क्रूज मिसाइलों, हैमर प्रिसिजन-गाइडेड बमों और लोइटरिंग म्यूनिशन का इस्तेमाल किया गया। इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकू विमानों ने भारत के हवाई क्षेत्र में रहते हुए मिसाइल और बम दागे। इन विमानों में हवा में इंधन भरा गया। हमला कर रहे विमानों की मदद के लिए अवाक्स विमान और दूसरे लड़ाकू विमान भी थे। ताकि हवाई लड़ाई की स्थिति में मोर्चा संभाल सकें।

SCALP मिसाइल का रेंज 400 km तक है। इनका इस्तेमाल कठिन टारगेट जैसे बंकर और कमांड पोस्ट के खिलाफ किया गया। हैमर बमों का इस्तेमाल बहुमंजिला इमारतों के खिलाफ किया गया। कामाकाजी ड्रोनों का भी इस्तेमाल हुआ। ड्रोन की मदद से हमले का वीडियो भी बनाया गया।

आतंक के इन अड्डों पर भारत ने किया हमला

1. मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर- जैश-ए-मोहम्मद

2. मरकज तैयबा, मुरीदके - लश्कर-ए- तैयबा

3. सरजल, तेहरा कलां - जैश-ए-मोहम्मद

4. महमूना जोया, सियालकोट - हरकत-उल-मुजाहिदीन

5. मरकज अहले हदीस, बरनाला- लश्कर-ए- तैयबा

6. मरकज अब्बास, कोटली - जैश-ए-मोहम्मद

7. मस्कर राहील शाहिद, कोटली - हरकत-उल-मुजाहिदीन

8. शावई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद - लश्कर-ए- तैयबा

9. सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद - जैश-ए-मोहम्मद

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