
Uttarakhand Avalanche: उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा गांव (Mana Village) और बद्रीनाथ (Badrinath) के बीच स्थित सीमा सड़क संगठन (BRO) के श्रमिक कैंप पर शुक्रवार सुबह 7:15 बजे भीषण हिमस्खलन (Avalanche) हुआ। इस हादसे में 57 मजदूर आठ कंटेनरों और एक शेड के नीचे दब गए।
हादसे की सूचना मिलते ही भारतीय सेना की आईबेक्स ब्रिगेड (Ibex Brigade) के 100 से ज्यादा जवानों की टीम मौके पर रवाना हुई। बचाव दल में डॉक्टर, एंबुलेंस और भारी मशीनरी भी शामिल हैं। सेना ने 11:50 बजे तक पांच कंटेनरों का पता लगा लिया था और उनमें से 10 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इनमें से चार मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अभी तीन कंटेनरों में फंसे मजदूरों को बचाने का अभियान जारी है लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी (Heavy Snowfall) और छोटे स्तर के हिमस्खलन (Small Avalanches) के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आ रही है। बचाव कार्य पूरी सावधानी के साथ किया जा रहा है ताकि किसी और हादसे से बचा जा सके।
मौसम की गंभीर स्थिति को देखते हुए सामान्य आवाजाही भी प्रभावित हुई है। सीमा सड़क संगठन (GREF) की टीमें जोशीमठ-माणा (Joshimath Mana Road) मार्ग से बर्फ हटाने का काम कर रही हैं ताकि बचाव कार्य तेजी से किया जा सके। साथ ही, जोशीमठ से अतिरिक्त मेडिकल टीमें और संसाधन माणा भेजे गए हैं ताकि घायलों को त्वरित इलाज मिल सके।
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से भारी बर्फबारी (Snowfall in Uttarakhand) हो रही है, जिससे कई इलाकों में हिमस्खलन (Avalanche Warning) का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले इलाकों में सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। रेस्क्यू टीम के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही बाकी मजदूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। सेना, प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
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