आतंक के 20 साल: पुलिस ने विकास दुबे को 4 गोलियां दागी, 3 सीने-1 बांह में लगी; गैंग के 12 साथी फरार

Published : Jul 10, 2020, 07:38 AM ISTUpdated : Jul 10, 2020, 03:35 PM IST
आतंक के 20 साल: पुलिस ने विकास दुबे को 4 गोलियां दागी, 3 सीने-1 बांह में लगी; गैंग के 12 साथी फरार

सार

8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार को एनकाउंटर में मारा गया। डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की जिस कार से विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था, उसका एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद विकास दुबे ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की।

कानपुर. 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार को एनकाउंटर में मारा गया। विकास गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। उसे सड़क के रास्ते उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक, एसटीएफ की जिस कार से विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था, उसका कानपुर से पहले भौंती में एक्सीडेंट हो गया। विकास दुबे ने एसटीएफ जवान की पिस्टल छीनकर उनपर फायरिंग कर भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी। 

विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ले जाया जा रहा था। उसी वक्त रास्ते में ये एक्सीडेंट हुआ। इसके बाद उसने भागने की कोशिश की। पुलिस ने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में विकास को 4 गोलियां लगीं। इससे उसकी मौत हो गई।

पुलिस की दो मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस
विकास यादव के एनकाउंटर को लेकर सुबह से ही अफसर बचते दिखे। पुलिस ने करीब 12.45 बजे एनकाउंटर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हालांकि, यह सिर्फ 2 मिनट की थी। इसमें एडीजी ने बताया, घायल पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम ने पीछा किया और उसे घेरकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं माना। पुलिस की टीम पर जान लेने के लिए फायरिंग करने लगा। आत्मरक्षा के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें वह घायल हो गया। इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसके अतिरिक्त एसटीएफ के दो लोग घायल हैं। 

"


क्या कहा पुलिस ने?
कानपुर एसपी ने बताया, डॉक्टरों ने विकास दुबे को मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ के बाद दुबे को कानपुर के एलएलआर हॉस्पिटल में लाया गया था। पुलिस के मुताबिक, उसने जवानों के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की थी। 

पढ़ें: कानपुर से शुरु हुई विकास दुबे की कहानी कानपुर में ही खत्म, देखिए एनकाउंटर स्पॉट की तस्वीरें

कानून ने अपना काम किया- मप्र गृह मंत्री

म.प्र. के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कानून ने अपना काम किया है। अफसोस और मातम की बात उन लोगों के लिए होगी जो कल पकड़ लिया था तो कह रहे थे कि जिंदा क्यों पकड़ लिया? आज मर गया तो कह रहे हैं कि मर कैसे गया कई राज दफन हो गए। म.प्र. की पुलिस ने अपना किया, गिरफ्तार करके उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया। 

चार पुलिसकर्मी हुए जख्मी
कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया, कार एक्सीडेंट में चार पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। 




पढ़ें : अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
विकास दुबे एनकाउंटर: अखिलेश यादव ने उठाए सवाल, कहा- ये कार नहीं पलटी, सरकार पलटने से बचाई गई

8 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी

कानपुर देहात के बिकरू गांव में 2 जुलाई को पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। लेकिन विकास को इसकी सूचना पहले से लग गई। विकास और उसके साथी पहले से तैनात हो गए। जैसे ही पुलिस विकास के घर पहुंची। विकास और उसके आसपास के घरों से फायरिंग शुरू हो गई। इसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। हमलावर पुलिस के हथियार भी लूट ले गए थे।


पढ़ें  विकास दुबे एनकाउंटर: कैसे हुआ एसटीएफ की कार का एक्सीडेंट...पुलिस ने किया ये बड़ा खुलासा

उज्जैन में हुआ था गिरफ्तार

राज्य सरकार ने विकास और उसके साथियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें बनाई थीं। 7 दिन में पुलिस ने विकास दुबे के कई साथियों को गिरफ्तार किया, वहीं, कुछ साथी मुठभेड़ में ढेर हुए। गुरुवार को विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ था।  

विकास दुबे का शव

PREV

Recommended Stories

MGNREGA पर बवाल: प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला, बोलीं- किसी की जिद में कानून कमजोर किया जा रहा
West Bengal SIR Draft Rolls: अगर आपका नाम वोटर्स लिस्ट से हट गया है तो क्या करें?