Monsoon Alert: देश के कई राज्यों में एक्टिव हुआ मानसून, जानिए IMD ने कहां-कहां भारी बारिश की दी है चेतावनी

दक्षिण-पश्चिम मानसून देश के अधिकांश राज्यों में सक्रिय बना हुआ है। मुंबई, गोवा, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जानिए किन राज्यों के लिए कैसा अलर्ट जारी किया गया है...

Amitabh Budholiya | Published : Jul 8, 2022 12:56 AM IST / Updated: Jul 08 2022, 06:27 AM IST

मौसम डेस्क.देश के अधिकांश राज्यों में दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) की मौजूदगी हो चुकी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तरी कोंकण और गोवा और दक्षिण गुजरात में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंतरिक महाराष्ट्र, दक्षिण मध्य प्रदेश, गुजरात के शेष हिस्सों, दक्षिण राजस्थान, उत्तराखंड की तलहटी, हिमाचल प्रदेश और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश हो सकती है। केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, छत्तीसगढ़ के शेष हिस्सों और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, दक्षिण भारत कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों और उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। (मुंबई में 7 जुलाई को भारी बारिश के बाद मस्जिद और सैंडहर्स्ट रोड स्टेशनों के बीच दीवार का एक छोटा सा हिस्सा गिरने के बाद बीएमसी कार्यकर्ता पहुंचे)

आईएमडी ने गोवा के लिए जारी किया रेड अलर्ट
IMD ने आजकल में भारी बारिश की रेड अलर्ट जारी की है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर राज्य सरकार ने आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए अगले दो दिनों के लिए स्कूल बंद करने की घोषणा की है। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथारिटी से कहा गया है कि वो एहतियाती कार्रवाई करने और भारी बारिश से पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए फील्ड मशीनरी को सक्रिय करें। लोगों को अलर्ट किया गया है कि वे कमजोर पेड़ों / भूस्खलन और चट्टान गिरने की चपेट में आने वाले क्षेत्रों के पास रहने से बचें और बाढ़ वाले क्षेत्रों में ड्राइव न करें।

मुंबई:लोगों को समुद्र तटों पर जाने से रोका
BMC कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने बताया कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एक आदेश जारी कर लोगों को शहर के समुद्र तटों पर जाने से प्रतिबंधित कर दिया है, जिस दिन आईएमडी ने भारी बारिश की ऑरेंज या रेड अलर्ट चेतावनी दी हो।  हालांकि, ऐसे दिनों में भी बीच सुबह 6 से 10 बजे के बीच खुले रहेंगे। 

दिल्ली: उमस भरे मौसम से शनिवार तक कोई बड़ी राहत नहीं
दिल्ली में उमस भरी गर्मी और बारिश का कहर जारी है। हालांकि मानसून 30 जून को प्रभावशाली तरीके से राजधानी में आया, जिसने शहर को इस मौसम में भारी बारिश का पहला दौर दिया। बाद के दिनों में कम वर्षा के कारण अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि हुई है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने कहा, "ओडिशा पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया था और गुजरात की यात्रा कर रहा था। इसने मध्य भारत की ओर ट्रफ को खींच लिया था, जिससे वहां भारी बारिश हुई।" वेदर सिस्टम अब दक्षिण पाकिस्तान में चला गया है। मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर फिर से उत्तर की ओर बढ़ेगा। मध्य पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हो रहा है। इससे शनिवार और रविवार को पंजाब और हरियाणा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञानी ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर पश्चिमी राजस्थान में भी अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में आम तौर पर 13 जुलाई तक आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होगी।

इन राज्यों में बारिश हुई
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पंजाब के अलग-अलग हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बाकी पूर्वोत्तर भारत, आंतरिक तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश दर्ज की गई। दक्षिण गुजरात और कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड हुई। तटीय कर्नाटक, सौराष्ट्र और कच्छ और दक्षिण मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होती रही।  मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, तटीय तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, झारखंड के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, गुजरात के शेष हिस्सों, पूर्वी राजस्थान,उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई।

मौसम में इन वजहों से आ रहा बदलाव
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे दक्षिण पाकिस्तान के ऊपर सक्रिय है। इससे कनेक्टेड चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके अलावा यह ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। मानसून की अक्षीय रेखा दक्षिण पाकिस्तान तथा उत्तर पूर्वी अरब सागर पर बने हुए कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए, दीसा, भोपाल, अंबिकापुर, झारसुगुड़ा, पुरी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की ओर जा रही है। अपतटीय ट्रफ रेखा गुजरात तट से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। उत्तरी उड़ीसा और इससे सटे छत्तीसगढ़ के हिस्से पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय हुआ है।

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