केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि सोने की स्मगलिंग में केरल राज्य खेल परिषद से जुड़ी गाड़ी का इस्तेमाल किया गया। भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि स्पोर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष मर्सी कुट्टन के निजी सहायक सोने की तस्करी में शामिल थे।
तिरुवनन्तपुरम. केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि सोने की स्मगलिंग में केरल राज्य खेल परिषद से जुड़ी गाड़ी का इस्तेमाल किया गया। भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि स्पोर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष मर्सी कुट्टन के निजी सहायक सोने की तस्करी में शामिल थे। बता दें कि केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोपी पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर हिरासत में ले लिया। ईडी ने शिवशंकर के अलावा एक ड्रग्स केस में सत्तारूढ़ पार्टी सीपीआई (एम) के सचिव कोडरारी बालाकृष्णन के बेटे बिनेश कोडियारी को भी हिरासत में लिया है।
क्या है केरल गोल्ड स्मगलिंग केस?
3 जुलाई को तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट पर कस्टम अफसरों को सूचना मिली थी कि यहां बड़ी मात्रा में सोना पहुंचने वाला है। पड़ताल करने पर पता चला कि कार्गो फ्लाइट के जरिए सोना एयरपोर्ट पहुंचा, जहां कस्टम ने जब्त कर लिया। सोने वाले पैकेट पर जो पता था, वह यूएई के वाणिज्य दूतावास का था। ऐसे में विएना समझौते का पालन करते हुए इस पैकेट को सीनियर अफसर की अनुमति से दूतावास के प्रतिनिधि के सामने खोला गया। इसके बाद दूतावास के प्रतिनिधि सरीथ (पब्लिक रिलेशन एडवाइजर) को हिरासत में लिया गया। सरीथ ने पूछताछ के दौरान स्वप्ना सुरेश का नाम लिया। इस पैकेट में करीब 13 करोड़ रुपए का 30 किलो सोना था।
स्वप्रा सुरेश के जरिए घेरे में विजयन सरकार
स्वप्ना सुरेश टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में सलाहकार के पद पर रही हैं। वे केरल सरकार के आईटी सचिव एम शिवशंकर की करीबी बताई जा रही हैं। इन दोनों के नाम सामने आने के बाद विपक्ष लगातार केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन पर निशाना साध रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार सभी आरोपियों को बचाने में लगी है। इन आरोपों के चलते विजयन ने सचिव एम शिवशंकर को भी पद से हटा दिया।
एनआईए ने मामले के तार अंडरवर्ल्ड से बताए थे
इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 अक्टूबर को केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले में बड़ा खुलासा किया था। एनआईए ने कोच्ची कोर्ट में सौंपे गए लिखित जवाब में कहा है कि इस मामले के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़ रहे हैं। दरअसल, एजेंसी को शक है कि आरोपियों का संपर्क गैंग्स्टर दाऊद इब्राहिम से रहा है। एजेंसी ने आरोपियों रमीज केटी और सरफुद्दीन द्वारा दाखिल जमानत याचिका का विरोध करते हुए यह जवाब कोर्ट में दिया है। एजेंसी ने कोर्ट से जमानत मंजूर नहीं करने का अनुरोध भी किया है।