NITI Aayog के नए सीईओ परमेश्वरन अय्यर ने संभाला कार्यभार, अमिताभ कांत के बाद खाली था पद

Published : Jul 11, 2022, 11:23 PM IST
NITI Aayog के नए सीईओ परमेश्वरन अय्यर ने संभाला कार्यभार, अमिताभ कांत के बाद खाली था पद

सार

NITI Aayog के नए सीईओ के रूप में परमेश्वरन अय्यर ने कार्यभार संभाल लिया है। परमेश्वरन, भारत सरकार की कई महत्वकांक्षी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन करा चुके हैं। पेयजल व स्वच्छता मामले में परमेश्वरन को विशेषज्ञ माना जाता है। 

नई दिल्ली। NITI Aayog को नया सीईओ मिल गया है। स्वच्छ भारत मिशन के प्रमुख परमेश्वरन अय्यर को NITI Aayog का नया सीईओ नियुक्त किया गया है। नवनियुक्त सीईओ अय्यर, 20 बिलियन अमरीकी डालर के स्वच्छ भारत मिशन के कार्यान्वयन का नेतृत्व कर चुके हैं। सोमवार को उन्होंने NITI Aayog के सीईओ के रूप में कार्यभार संभाला। अय्यर ने अमिताभ कांत का स्थान लिया है। अमिताभ कांत ने 30 जून को पद छोड़ दिया था।

यूपी कॉडर के सीनियर आईएएस हैं परमेश्वरन अय्यर

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, परमेश्वरन अय्यर, यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। 1981 बैच के आईएएस अधिकारी परमेश्वरन अय्यर ने सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में काम किया है। वह 2016-2020 के दौरान पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय में सचिव थे।

पेयजल और स्वच्छता के क्षेत्र में काफी काम किया

परमेश्वरन अय्यर ने पेयजल और स्वच्छता क्षेत्र में काफी काम किया है। इन दोनों क्षेत्र में 25 से अधिक वर्षों के अनुभव  है। परमेश्वरन अय्यर ने भारत के महत्वकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन के लिए काम किया है। भारत में चलाई गई यह योजना करीब 20 बिलियन अमरीकी डॉलर की थी, जिसे उन्होंने बेहतरीन ढंग से संचालित किया। इस अभियान ने 550 मिलियन लोगों को सुरक्षित स्वच्छता तक पहुंच प्रदान की।

देशसेवा का मौका देने के लिए पीएम मोदी को दिया धन्यवाद

परमेश्वरन अय्यर ने अपने बयान में कहा कि नीति आयोग के सीईओ के रूप में इस बार फिर से देश की सेवा करने का अविश्वसनीय अवसर मिलने पर वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं। अय्यर ने यह भी कहा कि एक परिवर्तित भारत की दिशा में उनके नेतृत्व में काम करने का एक और मौका देने के लिए वह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति बहुत आभारी हैं।

अमिताभ कांत को मिला था विस्तार

अमिताभ कांत को 17 फरवरी, 2016 को एक निश्चित दो साल के कार्यकाल के लिए नीति आयोग के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें विस्तार दिया गया था। उनका कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो गया।

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