सावरकर ने जलाई थी विदेशी वस्त्रों की होली, जानिए उनके बारे में ऐसे ही 10 बड़े फैक्ट

भाजपा ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र 'संकल्प पत्र' जारी किया। इसमें विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 15, 2019 3:01 PM IST

मुंबई. भाजपा ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र 'संकल्प पत्र' जारी किया। इसमें विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया है। भाजपा के इस वादे के बाद राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा सावरकर को 'वीर' कहती है। वहीं, कांग्रेस का तर्क है कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। आईए हम उनके बारे में 10 फैक्ट बता रहे हैं...

1-  वीर सावरकर का पूरा नाम विनायक दामोदर सावरकर था, उनका 1883 में जन्म नासिक के भांगुर गांव में हुआ था। उनके दो भाई एक बहन थी। 
2- 1904 में उन्होंने अभिनव भारत नाम के क्रांतिकारी संगठन की स्थापना की। सावरकर रूसी क्रांतिकारियों से काफी प्रभावित थे। 
3- 1905 में बंगाल विभाजन के बाद उन्होंने पुणे में विदेशी कपड़ों की होली जलाई। वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय राजनीतिज्ञ थे। 
4- वे पहले लेखक थे, जिनकी किताब को 2-2 देशों ने प्रतिबंधित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने ' द इण्डियन वार ऑफ इण्डिपेण्डेंस 1857' हॉलेंड में जाकर प्रकाशित की। 
5- सावरकर ने मई, 1907 को इंडिया हाउस लंदन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की स्वर्ण जयन्ती मनाई।
6- सावकर की स्नातक की उपाधि अंग्रेजों ने इसलिअ वापस ले ली, क्यों कि उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया था। 
7- वीर सावरकर ने इंग्लैंड के राजा के प्रति वफादारी की  शपथ लेने से मना कर दिया। इसके चलते वे वकालत नहीं कर पाए। 
8- राष्ट्रध्वज 'तिरंगे' में धर्म चक्र लगाने का सुझाव धर्म चक्र वीर सावरकर ने दिया था, इसे तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने मान लिया। 
9- सावरकर एक ऐसे वकील, राजनीतिज्ञ, कवि, लेखक और नाटककार थे, जिन्होने ब्रटिश शासन को हिला डाला था। 
10- सावरकर 25 साल तक किसी ना किसी रूप में अंग्रेजों की कैद में रहे। उन्हें दो बार अजीवन कारावास की सजा मिली। उन्हें अडमान में काला पानी की सजा भी काटनी पड़ी।

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