World Bank New President: जानिए कौन हैं अजय बंगा? 2 जून को संभालेंगे वर्ल्ड बैंक की कमान

भारतीय मूल के अजय बंगा विश्व बैंक के अगले अध्यक्ष होंगे। वह 2 जून को पद संभालेंगे। उनको 5 साल के लिए बैंक का प्रेसिडेंट चुना गया है।

Danish Musheer | Published : May 3, 2023 5:52 PM IST

Ajay Banga Appointed World Bank New President: भारतीय मूल के अजय बंगा विश्व बैंक (World Bank) के अगले अध्यक्ष होंगे। विश्व बैंक ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की है। वर्ल्ड बैंक ने कहा कि अजय बांगा को 25-सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड ने 5 साल के लिए बैंक का प्रेसिडेंट चुना है। इस संबंध में बैंक को बोर्ड ने कहा है कि वह बंगा के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं। बता दें कि बंगा 2 जून को पदभार ग्रहण करेंगे। 63 साल के अजय बांगा को फरवरी के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा इस पद के लिए नामित किया गया था ।

वह विश्व बैंक के दिवंगत प्रमुख डेविड मलपास की जगह लेने वाले एकमात्र दावेदार थे।, जिनका कार्यकाल अगले महीने की शुरुआत में समाप्त हो रहा है। इससे पहले विश्व बैंक बोर्ड के सदस्यों ने सोमवार को बंगा का चार घंटे तक इंटरव्यू किया। प्रक्रिया से परिचित एक सूत्र ने कहा कि बोर्ड के सदस्यों में से 24 सदस्यों ने मतदान किया, जिसमें रूस शामिल नहीं हुआ।

कौन हैं अजय बंगा?

अजय का पूरा नाम अजयपाल सिंह बंगा (Ajaypal Singh Banga) है। बंगा का जन्म 10 नवंबर 1959 में महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। उनके पिता हरभजन सिंह बंगा सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे। उनका परिवार मूल रूप से जालंधर का रहने वाला है। उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रैजुएशन किया और इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद IIM से एमबीए किया । भारत सरकार ने साल 2016 में उन्हें पदमश्री से सम्मानित किया था।

मानविंदर सिंह बंगा के भाई हैं अजय

वह हिंदुस्तान यूनिलीवर के पूर्व चेयरमैन मानविंदर सिंह बंगा के भाई हैं। एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद 1981 में उन्होंने नेसले इंडिया बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी जॉइन किया और 13 साल में मैनेजर बन गए। इसके बाद वे पेप्सिको के रेस्टोरेंट डिवीजन का हिस्सा बने। भारत में पिज्जाहट और KFC लाने में उन्होंने अहम किरदार निभाया।

2009 में बने थे मास्टर कार्ड CEO

अजय फिलहाल जनरल अटलांटिक के वाइस-चेयरमैन है। इससे पहले वह दिग्गज क्रेडिट कार्ड कंपनी मास्टरकार्ड के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और सीईओ थे। वह 2009 में मास्टरकार्ड के CEO बने थे। उनके कार्यकाल के दौरान भारत में मास्टर कार्ड को काफी विस्तार मिला।

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