अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिलने से नाराज दुती चंद बोलीं- मुझे किया जा रहा नजरअंदाज

लॉकडाउन 4.0 के दौरान स्टेडियम खुलने की अनुमति मिलने के बाद देश की प्रमुख एथलीट दुती चंद भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में अभ्यास के लिए पहुंच गईं। दुती चंद अर्जुन अवॉर्ड की प्रबल दावेदार हैं। 
 

Asianet News Hindi | Published : May 20, 2020 5:47 AM IST / Updated: May 20 2020, 11:20 AM IST

स्पोर्ट्स डेस्क। लॉकडाउन 4.0 के दौरान स्टेडियम खुलने की अनुमति मिलने के बाद देश की प्रमुख एथलीट दुती चंद भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में अभ्यास के लिए पहुंच गईं। दुती चंद अर्जुन अवॉर्ड की प्रबल दावेदार हैं। भारत की सबसे तेज दौड़ने वाली दती चंद 100 मीटर दौड़ की नेशनल रिकॉर्ड होल्डर हैं। दुती चंद ने कहा कि स्टेडियम खुलने के पहले वे घर पर ही मामूली अभ्यास कर रही थीं। उन्होंने अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिलने पर असंतोष भी जाहिर किया। उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल से उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। 

स्टेडियम में पसरा था सन्नाटा
भुवनेश्वर का कलिंगा स्टेडियम आम तौर पर एथलीट्स से भरा रहता है, लेकिन दुती चंद जब वहां गईं तो सन्नाटा पसरा था। उनके अलावा अभ्यास के लिए सिर्फ अमिया मलिक पहुंचे थे, जो मेन्स कैटेगरी के 100 मीटर रेस के नेशनल रिकॉर्ड होल्डर हैं। दुती चंद ने बताया कि स्टेडियम में एथलीट्स के नाम पर सिर्फ हम दो लोग ही थे। कोई भी ट्रेनर या कोच नहीं आया था। उन्होंने कहा कि कई एथलीट्स दूसरे शहरों से आते हैं और जब तक लॉकडाउन पूरी तरह खत्म नहीं होता, वे नहीं आ सकेंगे।

कॉम्पिटीशन का टारगेट नहीं
दुती चंद ने कहा कि अभी उनके सामने कॉम्पिटीशन का फिलहाल कोई टारगेट नहीं है। उनका कहना था कि लॉकडाउन में स्टेडियम खोले जाने से तुरंत खिलाड़ी अभ्यास के लिए नहीं आएंगे। इसमें समय लग जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले मैं सुबह ढाई घंटे ट्रेनिंग किया करती थी, लेकिन अभी सिर्फ एक घंटे ही कर पा रही हूं। ट्रेनिंग फिलहाल पहले की तरह नहीं हो पा रही। उन्होंने कहा कि एक अंतराल के बाद लय में आने में समय लग जाता है। 

अवॉर्ड के बारे में क्या कहा
जकार्ता एशियन गेम्स में 100 मीटर और 200 मीटर की दौड़ में सिल्वर मेडल जीतने वाली दुती चंद को अभी तक अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिला है। इसे लेकर उन्होंने असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि पिछले 3 सालों से मैं अर्जुन अवॉर्ड के लिए योग्य उम्मीदवार रही हूं, लेकिन पता नहीं मेरे नाम पर विचार क्यों नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अवॉर्ड के लिए उनकी अनुशंसा की जानी चाहिए।  

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