इस चैंपियनशिप में कुमारी ने 58.41 मीटर तक चक्का फेंकते हुए गोल्ड जीता था। जब नाडा प्रतिबंधित स्टेरॉयड का पता नहीं लगा पाई तब जाकर WADA ने नवंबर 2018 में संदीप का सैम्पल दोबारा जांच कराने का फैसला लिया
स्पोर्ट्स डेस्क. डोपिंग के मामले में डिस्कस थ्रोअप एथलीट संदीप कुमारी पर विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) की एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट ने डोप टेस्ट में फेल होने पर चार साल का बैन लगा दिया है।बतादें 2 साल पहले नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी ने उनके नमूने को सही पाया था। लेकिन नाडा उस समय जांच के दौरान उनके खून में प्रतिबंधित स्टेरॉयड का पता नहीं लगा पाया था। नाडा ने संदीप कुमारी का सैम्पल जून 2018 में गुवाहाटी में हुई नेशनल इंटर स्टेट चैंपियनशिप के दौरान लिया था।
संदीप ने चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था
इस चैंपियनशिप में कुमारी ने 58.41 मीटर तक चक्का फेंकते हुए गोल्ड जीता था। जब नाडा प्रतिबंधित स्टेरॉयड का पता नहीं लगा पाई तब जाकर WADA ने नवंबर 2018 में संदीप का सैम्पल दोबारा जांच कराने का फैसला लिया और सैम्पल को जांच के लिए कनाडा के मॉन्ट्रियल स्थित लेबोरेटरी में भेजा गया था। इस जांच में उनके शरीर में प्रतिबंधित स्टेरॉय़ड मेटेनोलोन के प्रमाण मिले है। अब संदीप ने 26 जून से 21 नवंबर 2018 के बीच जिस भी प्रतियोगिता में भाग लिया था, उसके नतीजों को रद्द कर दिया जाएगा।
4 अन्य एथलीट्स भी पॉजिटिव पाए गए हैं
वाडा ने जांच में पुष्टि के बाद अब 4 साल का बैन लगा दिया है। ये बैन 26 जून, 2018 से ही लागू होगा। बतादें कि उस समय नाडा ने 4 अन्य एथलीट्स के भी सैम्पल लिए गए थे लेकिन वे लोग भी नाडा के रिपोर्ट में निगेटिव आए थे। जबकि वाडा के लैब में सभी एथलीट्स के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हीं में से झूमा खातून भी थी जिन्हें पिछले महीने 4 साल के लिए बैन किया गया था।