किसी भी कपल के बीच अगर इंटिमेट रिलेशनशिप नहीं बनते तो इसे अच्छा नहीं कहा जा सकता। संबंधों में मजबूती के लिए कपल के बीच इंटिमेसी जरूरी है।
लाइफस्टाइल डेस्क। ऐसा देखा गया है कि कुछ समय के बाद मैरिड कपल में संबंधों को लेकर पहले जैसा उत्साह नहीं रह जाता। वे रूटीन लाइफ जीने लगते हैं। इससे उनके आपसी संबंधों में ठंडापन आ जाता है। कई बार लगता है कि वे रिश्ते को ढो रहे हैं। आखिर इसके पीछे क्या वजह है, इसे लेकर साइकोलॉजिस्ट्स और रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स ने काफी विचार किया है। देखा गया है कि कपल के आपसी संबंधों में ठंडापन आ जाने का असर उनके बच्चों पर भी पड़ता है, क्योंकि इससे उनके व्यवहार में काफी बदलाव आ जाता है और वे चिड़चिड़े हो जाते हैं। जानते हैं, क्या हैं इसके कारण।
1. अनियमित पीरियड्स
महिलाओं में कई बार कुछ बीमारियों के चलते पीरियड्स रेग्युलर नहीं होते। पीरियड रेग्युलर नहीं होने के अलावा कई बार उन्हें अधिक रक्तस्राव की समस्या से भी गुजरना पड़ता है। इससे उनमें कमजोरी आ जाती है। अनियमित पीरियड्स से मूड स्विंग की समस्या भी होती है। अचानक महिलाएं उदास रहने लगती हैं। ऐसी स्थिति में वे इंटिमेंट रिलेशनशिप बनाने से कतराने लगती हैं।
2. चाइल्ड बर्थ
चाइल्ड बर्थ के बाद भी महिलाएं कुछ ऐसी मनोदशा से गुजरती हैं कि वे पार्टनर के साथ संबंध बनाना नहीं चाहतीं। अक्सर जिन महिलाओं को जल्दी-जल्दी बच्चे होते हैं, उनमें एक तरह का कॉम्प्लेक्स पैदा हो जाता है। इसलिए वे इंटिमेंट रिलेशपशिप बनाने से बचना चाहती हैं।
3. जल्दी मेनोपॉज हो जाना
कुछ महिलाओं में मेनोपॉज जल्दी हो जाता है। इसके पीछे कई कारण बताए जाते हैं। खास कर जिन महिलाओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता और जो ज्यादा कमजोर होती हैं, उन्हें समय से पहले ही मेनोपॉज हो जाता है। यह भी इंटिमेंट रिलेशनशिप में बाधक बनता है।
4. एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाना
कुछ बीमारियों या खास शारीरिक अवस्था के कारण महिलाओं में एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है। इससे महिलाओं में सबंध बनाने की रुचि नहीं रह जाती। अब इसके लिए कुछ दवाइयां आ गई हैं, जिससे एस्ट्रोजन के लेवल को सही किया जा सकता है, लेकिन बहुत ही कम महिलाएं इसे लेकर जागरूक हैं।
5. पुरुषों का तनाव और डिप्रेशन में रहना
जहां तक पुरुषों की बात है, आज की भागमभाग वाली लाइफस्टाइल में वे तनाव से बच नहीं पाते। तनाव जब एक सीमा से बढ़ जाता है तो वह डिप्रेशन में बदल जाता है। ऐसे में, संबंधों को लेकर उनकी रुचि भी खत्म ही हो जाती है।