जरूरी है बेटियों को सेल्फ कॉन्फिडेंट बनाना, अपनाएं ये 5 तरीके

लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पेरेन्ट्स का सहयोग और प्रोत्साहन जरूरी है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 27, 2020 5:08 AM IST

रिलेशनशिप डेस्क। बदलते वक्त के साथ महिलाओं की भूमिका भी बदल रही है। आज के समय में महिलाओं का सशक्त होना बेहद जरूरी है। खासकर लड़कियों में कॉन्फिडेंस होना जरूरी है, क्योंकि आज की लड़कियां अपने दम पर आगे बढ़ना चाहती हैं। लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना ही कामयाबी की पहली सीढ़ी है। उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए पेरेन्ट्स का सहयोग और प्रोत्साहन जरूरी है। दरअसल, अभी भी हमारे समाज में लड़का-लड़की के बीच भेद-भाव इतना ज्यादा है कि लड़कियां खुद को कमजोर और दबी हुई समझने लगती हैं। आज भी लड़कियां अपना करियर अपनी मर्जी से नहीं बना सकती हैं, या कहें कि इसमें बड़ी बाधाएं हैं। ऐसी सोच को जितनी जल्दी हो सके, बदलना चाहिए। तभी आपकी बेटी उस ऊंचाई पर पहुंच सकती है, जहां खड़े होने का वो सपना देखती है। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे अपनी बेटी को भी बेटे की तरह कॉन्फिडेंट बना सकते हैं।

1. अपनी बेटी की रोल मॉडल बनें
पहले खुद को इतना आत्मनिर्भर बनाएं, ताकि आप बेटी की रोल मॉडल बन सकें। खुद का कॉन्फिडेंस इतना बढाएं कि बेटी आपको एडमायर करे। जब आप खुद कॉन्फिडेंट होंगी, तभी तो अपनी बेटी को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी। अगर आप खुद को असहाय और मजबूर महसूस करेंगी तो कैसे आप बेटी को आगे बढ़ने की सलाह दे सकती हैं? बेटी को अपनी इच्छा से जीने की स्वतंत्रता दें, ताकि वो खुले आसमान में उड़ सके।

2. पॉजिटिव फ्रेंडशिप के लिए प्रोत्साहित करें
हर किसी की लाइफ में फ्रेंड जरूरी होते हैं। फ्रेंड्स की उपलब्धियों को देख कर आपका उत्साह बढ़ता है। अगर आप सोच रही हैं कि आप बच्चों के लिए फ्रेंड सिलेक्ट करेंगी तो यह गलत है। आप बच्चों को सही दोस्त बनाने की सलाह दे सकती हैं, लेकिन अपने मन से बच्चों के जबरदस्ती दोस्त नहीं बनवा सकतीं। बच्चों को खुद ही अपने दोस्त बनाने दें। आप बच्चों के दोस्तों के बारे में ध्यान रखें। यह समझने की कोशिश करें कि वे किस तरह के हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि उनकी संगत आपके बच्चे के लिए सही न हो। बच्चों के करियर और रुचि के बीच में न आएं, लेकिन उसके दोस्तों और आउटिंग पर ध्यान रखें।

3. बेटी के साथ बैठकर बात करें
अपनी बेटी के साथ खुलकर बात करें, चाहे टॉपिक कोई हो। सभी मुद्दों पर आप बेटी से एक दोस्त की तरह बात करें। बेटी से दोस्ताना व्यवहार रखें, ताकि आपकी बेटी आपके पास बात करने के लिए आ सके। बेटी की किसी गलत बात पर गुस्सा न करें, बल्कि बात को समझने की कोशिश करें। अगर आप कोई बात सुनते ही गुस्सा करेंगी तो हो सकता है कि आगे से शायद वह आप से कोई बात शेयर न करे। अपने बच्चों को उनकी अहमियत समझाएं, उन्हें स्पेशल फील कराएं, ताकि वो कोई गलत काम करने से पहले 10 बार सोचें।

4. फिजिक के साथ दूसरी चीजों पर ध्यान दें
अपनी बेटी को समझाएं कि मॉडल या हीरोइन की तरह दिखना जरूरी नहीं है, बल्कि जैसी भी उसकी फिजिक है, उसका ध्यान रखे। आजकल लड़कियों में खुद को मॉडल लुक या सबसे खूबसूरत दिखने का ज्यादा क्रेज होता है। इस चक्कर में वे कुछ भी करने को उतारू हो जाती हैं। सुंदरता प्राकृतिक होती है और सभी सुंदर ही होते हैं। उसे बताएं कि तन की सुंदरता उतनी मायने नहीं रखती, जितनी मन की। हां, बॉडी को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट की आदत डालना जरूरी है। 

5. बेटी की तारीफ करें
बच्चों को पेरेन्ट्स की तारीफ की बेहद जरूरत होती है। बच्चे मां-बाप की तारीफ के लिए सब कुछ करने के लिए तैयार रहते हैं। आपकी बेटी ने अगर कुछ अचीव किया है, तो उसकी तारीफ जरूर करें। बच्चों को प्रेज करने के साथ-साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। तारीफ करने से बच्चों में कॉन्फिडेंस बढ़ता है और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। 
 

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