14 फरवरी को ही फांसी पर चढ़ा दिया गया था संत वेलेन्टाइन को, जिनकी याद में मनाया जाता है ये त्योहार

पूरी दुनिया में फरवरी के महीने में प्रेम का त्योहार वेलेन्टाइन्स डे बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह 7 फरवरी से शुरू होता है और 14 फरवरी तक चलता है। वेलेन्टाइन्स डे कैसे मनाया जाने लगा, इसके बारे में ज्यादा लोगों को पता नहीं है। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 8, 2020 5:56 AM IST

रिलेशिनशिप डेस्क। पूरी दुनिया में फरवरी के महीने में प्रेम का त्योहार वेलेन्टाइन्स डे बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह 7 फरवरी से शुरू होता है और 14 फरवरी तक चलता है। वेलेन्टाइन्स डे कैसे मनाया जाने लगा, इसके बारे में ज्यादा लोगों को पता नहीं है। वेलेन्टाइन्स डे के दिन कपल्स एक दूसरे को गुलाब, चॉकलेट और दूसरे उपहार देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं। इसे दुनिया में प्यार का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। यह एक हफ्ते तक चलता है। 7 फरवरी से रोज डे इसकी शुरुआत होती है और 14 जनवरी को प्रेमी जोड़े धूमधाम से इस त्योहार को मनाते हैं। शादीशुदा लोग भी इस मौके पर एक-दूसरे को उपहार देकर अपनी बॉन्डिंग को मजबूत करते हैं। जानते हैं, प्रेम के इस त्योहार की शुरुआत कैसे हुई? 

14 फरवरी को दी गई थी संत वेलेन्टाइन को फांसी
इतिहास में इसका जिक्र आता है कि करीब 2500 साल पहले रोम के सम्राट क्लाउडियस ने पादरी संत वेलेन्टाइन को फांसी पर लटकवा दिया था, क्योंकि वे प्रेमी जोड़ों का पक्ष लेते थे, जबकि सम्राट ने प्रेम को अपराध घोषित कर रखा था और शादियों पर उसने रोक लगा दी थी। सम्राट खुद शादीशुदा था, लेकिन वह सोचता था कि जो लोग प्रेम करते हैं और शादी करना चाहते हैं, वे सेना में भर्ती होना नहीं चाहेंगे। क्लाउडियस ने रोम पर 41 ईस्वी से 54 ईस्वी तक शासन किया। उसका जन्म ईसापूर्व 10 में 1 अगस्त को हुआ था। 

क्यों दी गई संत वेलेन्टाइन को फांसी
संत वेलेन्टाइन को फांसी दिए जाने की वजह ये थी कि वे प्रेमियों का पक्ष लेते थे। उनका कहना था कि प्रेम एक नैसर्गिक भावना है और किसी को इससे रोका नहीं जा सकता। इसके अलावा, वह शादी-विवाह पर पाबंदी के भी खिलाफ थे। उनका मानना था कि ऐसा करने से समाज का ढांचा चरमरा जाएगा। इसलिए संत वेलेन्टाइन ने कुछ सैन्य अधिकारियों और सैनिकों की शादियां करवाईं। इससे सम्राट बेहद गुस्से में आ गया और उसने संत वेलेन्टाइन को गिरफ्तार करवा दिया। इस संत को 14 फरवरी को फांसी पर लटकवा दिया। इससे रोम और पूरे यूरोप में शोक की लहर व्याप्त हो गई। तब से ही उकी याद में प्रेम का यह महा पर्व वेलेन्टाइन डे मनाया जाने लगा। धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फैल गया।

अब 7 दिनों तक चलता है ये त्योहार
फरवरी के महीने में ही संत वेलेन्टाइन को फांसी दी गई थी। यह तो एक वजह है ही इस महीमे में इस त्योहार को मनाने का, लेकिन एक खास वजह यह भी है कि इसी महीने में वसंत का आगमन होता है, जिसे ऋतुराज कहा गया है। इस ऋतु में रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं और वातवरण में एक मादकता छा जाती है। इस मौसम में लोगों के दिल में प्यार की भावना स्वाभाविक तौर पर जगती है। 

हर दिन अलग-अलग तरह से मनाया जाता है
वेलेन्टाइन्स डे का त्योहार पूरे सप्ताह हर दिन अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 7 फरवरी को रोज डे होती है, जब प्रेमी जोड़े एक-दूसरे को गुलाब का फूल गिफ्ट कर अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं। 8 फरवरी को प्रपोज डे होता है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे को प्रपोज करते हैं। जो किस्मत वाले होते हैं, उनके प्रेम का प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है। 9 फरवरी को प्रेमी जोड़े एक-दूसरे को गिफ्ट के रूप में चॉकलेट देते हैं। 10 फरवरी को टेडी बीयर डे मनाया जाता है, जिसमें खिलौने उपहार में दिए जाते हैं। 11 फरवरी को प्रॉमिस डे पर प्रेमी जोड़े साथ जीने-मरने की कसमें खाते हैं। 12 फरवरी को हग डे मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी जोड़े और भी करीब आते हैं और आलिगंनबद्ध होते हैं। 13 फरवरी को किस डे मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी जोड़े एक-दूसरे का चुंबन लेते हैं। इससे नजदीकी और बढ़ती है। वेलेन्टाइन्स डे 14 फरवरी को मनाया जाता है, जिस दिन प्रेमी जोड़े एक हो जाते हैं। इस दिन प्रेमी जोड़े किसी रेस्तरां में कैंडल लाइट डिनर करते हैं तो कहीं घूमने जाते हैं। इसे सेलिब्रेट करने के कई तरीके हैं। 

Share this article
click me!