कहते हैं कि शादी में परफेक्ट मैच मिलना किस्मत की बात होती है। बावजूद जोड़ी भले ही कितनी अच्छी क्यों न हो, कुछ बातें ऐसी होती हैं जो शादीशुदा जिंदगी को बर्बाद कर देती हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क। शादीशुदा जिंदगी का खुशहाल होना बहुत बड़ी नेमत है। कहते हैं कि जोड़ियां ऊपरवाला बनाता है, यह तो ठीक है, पर शादी जैसे सबसे बड़े रिश्ते को हम कैसे बेहतर बनाए रखें, यह हम पर ही निर्भर करता है। बहुत से लोग अच्छा पार्टनर मिलने के बावजूद रिश्ते की साज-संभार नहीं कर पाते हैं और मामूली गलतियों की वजह से या तो रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाता है या जिंदगी नारकीय हो जाती है। जानते हैं, शादीशुदा लाइफ को खुशियों से भरा रखने के लिए कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
लोगों की बातें सुन कर बताना
आजकल सोसाइटी में हर कोई एक-दूसरे के बारे में सच्ची-झूठी बातें करता है। कई बार लोग हसबैंड-वाइफ से एक-दूसरे की कमियों को बताने लगते हैं। अगर आपने इन बातों पर ध्यान दिया और अपने पार्टनर से इसकी चर्चा की तो रिश्ते में खटास आने लगती है। इसलिए दूसरों की बातों को एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल दें। आपसी भरोसा सबसे बड़ी चीज है, इसका ख्याल हमेशा रखें।
पार्टनर की गलतियों को बढ़ा-चढ़ा कर न कहें
हसबैंड और वाइफ के बीच किसी न किसी बात को लेकर मतभेद और लड़ाई होना आम बात है। ऐसा सबके साथ होता है। लेकिन ऐसे समय में संयम से काम लें और पार्टनर की गलतियों को बढ़ा-चढ़ा कर न कहें। बात जिस टॉपिक पर चल रही हो, उस पर ही करें। पुरानी बातों को न छेड़ें ना ही एक-दूसरे को उलाहना दें।
चुप्पी साध लें
अगर पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई शुरू हो जाती है तो ऐसे समय में किसी एक को चाहिए कि वह चुप्पी साध ले और किसी बात का जवाब न दे। कुछ देर में जब पार्टनर का गुस्सा शांत हो जाए तो प्यार से बात करें। पुरानी कड़वाहट से भरी बातों की कभी भूल से भी चर्चा न करें।
कम्पेरिजन न करें
कई बार पति-पत्नी दूसरों से तुलना कर लड़ाई करने लगते हैं। वे दूसरों का एग्जाम्पल देने लगते हैं कि उसने ये किया, तुमने नहीं किया। फलाना अपनी बीवी का कितना ख्याल रखता, तुम तो कुछ समझते ही नहीं। इसी तरह पुरुष भी दूसरों की बीवियों से तुलना शुरू कर देते हैं। यह बात हसबैंड हो या वाइफ, दोनों को बहुत बुरी लगती है। इसलिए इस तरह की तुलना करने से बचें। इससे रिश्ते में कड़वाहट आती है।
सास-ससुर की बुराई ना करें
देखने में आता है कि पति-पत्नी किसी बात को लेकर अपने सास-ससुर की बुराई कना शुरू कर देते हैं। इससे झगड़ा बढ़ जाता है। कई बार पति अपने पेरेंट्स की बुराई करने लगते हैं। लेकिन जब उनकी पत्नी इसमें हां में हां मिलाती है तो उन्हें बुरा लग जाता है। पति तो कभी अपने सास-ससुर की बुराई न करें। यह बात कोई पत्नी बर्दाश्त नहीं कर सकती। अगर आपको सास-ससुर के व्यवहार में कभी कोई कमी भी दिखी हो तो चुप्पी साध लें। इसकी चर्चा भूल से भी न करें। हमेशा सास-ससुर के लिए सम्मानजनक बात ही कहें। हैप्पी मैरिड लाइफ के लिए यह सबसे बड़ा मंत्र है।