Eid-ul-Fitr 2023 Date: ईद-उल-फितर 22 अप्रैल को, जानें क्यों मनाते हैं ये पर्व और इससे जुड़ी खास बातें

Eid-ul-Fitr 2023: इस्लाम में रमजान मास का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसा, इसी महीने में पवित्र कुरान धरती पर आई थी। इसलिए इस महीने में मुस्लिम समाजजन रोजा रखकर खुदा की इबादत करते हैं। रमजान समाप्त होने पर ईद मनाई जाती है।

 

उज्जैन. ईद-उल-फितर इस्लाम के सबसे खास त्योहारों में से एक है। (Eid-ul-Fitr 2023 Date) इसे मीठी ईद भी कहते हैं। मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार ये पर्व रमजान के बाद चांद दिखने के अगले दिन मनाया जाता है। रमजान के दौरान मुस्लिम समाजजन रोजा रखते हैं और कठिन नियमों का पालन करते हुए खुदा की इबादत करते हैं। आगे जानें इस बार कब मनाया जाएगा ईद-उल-फितर का पर्व…

भारत में कब मनाई जाएगी ईद? (When will Eid be celebrated in India?)
'फितर' शब्द अरबी के 'फतर' शब्द से बना, जिसका अर्थ होता है टूटना। रमजान में कठिन नियमों का पालन करते हुए मुस्लिम समाजजन रोजा यानी उपवास रखते हैं। रमजान समाप्त होने के बाद जब चांद नजर आता है तो इसके अगले दिन ईद मनाई जाती है। इस बार ईद 22 अप्रैल, शनिवार को मनाई जाएगी। 

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क्यों मनाते हैं ईद? (Why celebrate Eid?)
इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी, जिसे इस्लाम की पहली जंग माना जाता है। इस जीत की खुशी में सभी को मुंह मीठा करवाया गया। तभी से इसे मीठी ईद कहा जाता है और ये परंपरा तभी से चली आ रही है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हिजरी संवत 2 यानी 624 ईस्वी में पहली बार (करीब 1400 साल पहले) ईद-उल-फितर मनाया गया था।

कैसे मनाई जाती है ईद? (How is Eid celebrated?)
ईद की सुबह सबसे पहले मुस्लिम समाजजन एक खास प्रार्थना करते हैं, जिसे सलात अल-फ़ज़्र कहा जाता है। इसके बाद कुछ मीठा खाया जाता है। फिर सभी लोग इकट्ठा होकर ईदगार जाकर नमाज अदा करते हैं। नमाज के बाद एक-दूसरे के गले मिलकर ईद की बधाइयां देते हैं। ईद के मौके पर खास दावत की तैयारी की जाती है, जिसमें सेवइयां खास तौर पर बनाई जाती। मुस्लिम समाजजन एक-दूसरे के घर जाते हैं। छोटी बच्चों को ईदी (पैसे) दिए जाते हैं। गरीबों को जकात यानी दान दिया जाता है।



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