Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर बहू अपनी सास को दें चीजें? जानिए थाली में क्या-क्या रखें

Published : Oct 09, 2025, 10:50 PM IST
Karwa Chauth 2025

सार

करवा चौथ के व्रत के दौरान सास और बहू का रिश्ता और भी खास हो जाता है। व्रत के बाद, बहू अपनी सास को सम्मान और आशीर्वाद का प्रतीक 'बायना' देती है। जानें 2025 में अपनी सास को देने के लिए शुभ उपहार और करवा चौथ की थाली में क्या शामिल करें।

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन, विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए दिन भर का उपवास रखती हैं। इस व्रत में सास और बहू दोनों की विशेष भूमिका होती है। सास सरगी (एक पवित्र व्यंजन) का भोग लगाती है, जबकि बहू शाम की पूजा के दौरान अपनी सास को थाली में उपहार देती है। आइए जानें कि करवा चौथ पर आप अपनी सास को क्या उपहार दे सकती हैं, साथ ही करवा चौथ की थाली में क्या-क्या होना चाहिए।

करवा चौथ 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त

इस वर्ष चतुर्थी तिथि 9 और 10 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है। हालाँकि, उदया तिथि और व्रत की परंपरा के अनुसार, करवा चौथ का व्रत शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025 को रखना शुभ रहेगा।

करवा चौथ पर बहू अपनी सास को क्या दें?

करवा चौथ पर एक विशेष अनुष्ठान सास और बहू के रिश्ते को मज़बूत करता है। व्रत के बाद, बहू अपनी सास को "बायना" देती है। यह बायना सम्मान, स्नेह और सास के आशीर्वाद की कामना का प्रतीक है। व्रत तोड़ने से पहले (पारण) या पूजा के बाद, बहू अपनी सास के पैर छूकर यह बायना देती है और सास उसे सदा सुहाग का आशीर्वाद देती है।

सुहाग की वस्तुएं सबसे शुभ मानी जाती हैं। इन्हें देने से अनंत सुख का आशीर्वाद मिलता है। थाली में निम्नलिखित वस्तुएं अवश्य शामिल करें-

  • साड़ी या सूट: सास के लिए एक नई साड़ी या सूट (लाल, पीला, हरा या गुलाबी शुभ माना जाता है)।
  • चूड़ियां: कांच या लाख की चूड़ियां (शुभ रंग)।
  • सिंदूर और बिंदी: सुहाग के सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक। काजल और कंघी, नेल पॉलिश और लिपस्टिक।
  • मेहंदी/आलता: हाथ और पैर सजाने के लिए।
  • मिठाइयां और सूखे मेवे
  • मिठाइयां: कुछ पारंपरिक मिठाइयां या आपकी सास की पसंदीदा मिठाइयां।
  • सूखे मेवे: काजू, बादाम, किशमिश या पिस्ता जैसे सूखे मेवे।
  • आभूषण या अन्य उपहार
  • चाँदी की पायल या बिछिया: इन्हें भी वैवाहिक जीवन का प्रतीक माना जाता है।
  • नकद: शुभ संकेत के रूप में कुछ नकद भी दिया जाता है।
  • पूजा सामग्री: जैसे मिट्टी या पीतल का लोटा, दीपक या नया दुपट्टा।

Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

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