
Sawan Shivratri Puja Samagri: धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, इसे शिव चतुर्दशी भी कहते हैं। इनमें से सावन में आने वाली शिवरात्रि बहुत ही खास मानी गई है। इस बार सावन शिवरात्रि का पर्व 23 जुलाई, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन कईं शुभ योग भी बनेंगे, जिससे इस पर्व का महत्व और भी अधिक हो गया है।
सावन शिवरात्रि पर्व को मनाने से जुड़ी अनेक कथाएं प्रचलित है। उनमें से एक देवी पार्वती से संबंधित है। उसके अनुसार, माता पार्वती ने महादेव को पति रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की। उनकी इस तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव प्रकट हुए और मनचाहा वरदान दिया। उस दिन सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि थी, जिसे सावन शिवरात्रि कहा जाता है। तब से आज तक सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है।
विद्वानों के अनुसार, कुंवारी कन्याएं सावन शिवरात्रि का व्रत मनचाहे जीवनसाथी के लिए करती हैं वहीं विवाहित महिलाएं ये व्रत घर की सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य की कामना से करती हैं। इस व्रत से जहां महादेव की कृपा हमें मिलती है, वहीं देवी पार्वती का आशीर्वाद भी हमें प्राप्त होता है।
सावन शिवरात्रि पूजा में बहुत सारी चीजों की आवश्यकता होती है। इन चीजों को पूजा से शुरू होने से पहले ही एक स्थान पर एकत्रित कर लेना चाहिए, ताकि पूजा विधि-विधान से की जा सके। ये हैं पूजन सामग्री की पूरी डिटेल…
1. शुद्ध जल
2. गाय का कच्चा दूध
3. दही
4. शहद
5. देसी गाय का घी
6. गन्ने का रस
7. पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, और शक्कर का मिश्रण)
8. बिल्व पत्र
9. धतूरा
10. शमी के पत्ते
11. आंकड़े के फूल
12. दूर्वा
13. भांग
14. चावल
15. चंदन
16. रोली
17. जनेऊ
18. मौली और कलावा
19. अबीर और गुलाल
20. धूप और दीपक
21. कपूर
22. नारियल
23. मिठाई
24. नारियल
25. सफेद कपड़े
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।