Vivah Panchami 2025: क्यों मनाया जाता है विवाह पंचमी, जानिए कब और कैसे करें पूजा?

Published : Nov 13, 2025, 01:27 PM IST
Vivah Panchami 2025

सार

विवाह पंचमी 2025 भगवान राम और माता सीता के दिव्य विवाह के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। यह पर्व मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि 24 नवंबर को रात्रि 9:22 बजे से 25 नवंबर को रात्रि 10:56 बजे तक रहेगी।

Vivah Panchami date 2025: विवाह पंचमी हिंदू धर्म का एक बहुत ही खास त्योहार है। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान राम ने माता सीता से विवाह किया था। इस तिथि को श्रीराम के विवाहोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। इसे विवाह पंचमी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह भगवान राम और माता सीता की शक्ति का प्रतीक है। यह दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह संपन्न कराना शुभ माना जाता है। इस वर्ष विवाह पंचमी मंगलवार, 25 नवंबर 2025 को मनाई जाएगी।

विवाह पंचमी 2025 तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पंचमी तिथि 24 नवंबर को रात्रि 9:22 बजे से प्रारंभ होकर 25 नवंबर को रात्रि 10:56 बजे समाप्त होगी। अतः उदयातिथि के अनुसार विवाह पंचमी 25 नवंबर को मनाई जाएगी।

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विवाह पंचमी पर श्री राम और माता सीता का विवाह कैसे करें?

विवाह पंचमी के दिन सुबह स्नान करके श्री राम के विवाह का संकल्प लें। स्नान के बाद विवाह समारोह आरंभ करें। श्री राम और माता सीता की मूर्ति स्थापित करें, श्री राम को पीले वस्त्र और माता सीता को लाल वस्त्र अर्पित करें। फिर बालकांड से विवाह प्रसंग का पाठ करें या ॐ जानकीवल्लभाय नमः का जाप करें। इसके बाद माता सीता और भगवान राम की एक साथ गांठ बांधें, आरती करें और गांठ लगे वस्त्रों को सुरक्षित रखें।

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विवाह पंचमी पर करें ये काम

  • अगर आपके विवाह में बाधाएं आ रही हैं, तो इस दिन भगवान राम और माता सीता की पूजा करने से आपको मनचाहा विवाह प्राप्त हो सकता है।
  • वैवाहिक समस्याएं भी समाप्त होती हैं; भगवान राम और माता सीता की संयुक्त पूजा से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
  • इस दिन बालकाण्ड में भगवान राम और माता सीता के विवाह प्रसंग का पाठ करना भी शुभ होता है।
  • इस दिन संपूर्ण रामचरित मानस का पाठ करने से पारिवारिक जीवन सुखमय होता है।

Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

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