Aaj Ka Panchang 31 जुलाई 2025: चंद्रमा बदलेगा राशि, जानें अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल की टाइमिंग

Published : Jul 31, 2025, 06:00 AM ISTUpdated : Jul 31, 2025, 07:50 AM IST
Panchang_31-July-2025

सार

31 July 2025 Ka Panchang: 31 जुलाई, गुरुवार को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई जाएगी। इस दिन चंद्रमा राशि बदलकर कन्या से तुला में प्रवेश करेगा। पंचांग से जानें दिन भर के शुभ मुहूर्त की डिटेल।

Aaj Ke Shubh Muhurat: 31 जुलाई 2025 गुरुवार को सावन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन गोस्वामी तुलसीदासजी की जयंती मनाई जाएगी। गुरुवार को साध्य, शुभ, चर और सुस्थिर नाम के 4 शुभ योग बनेंगे। आगे पंचांग से जानें कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा, शुभ-अशुभ समय और राहुकाल की टाइमिंग की डिटेल…

31 जुलाई 2025 को ग्रहों की स्थिति

गुरुवार को चंद्रमा कन्या से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन मंगल कन्या राशि में, केतु सिंह राशि में, शुक्र और गुरु मिथुन राशि में, सूर्य और बुध कर्क राशि में, शनि मीन राशि में और राहु कुंभ राशि में रहेगा।

गुरुवार को किस दिशा में यात्रा न करें? (31 July 2025 Disha Shul)

दिशा शूल के अनुसार, गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि बहुत जरूरी हो तो दही या जीरा खाकर घर से निकलें। इस दिन राहुकाल दोपहर 02 बजकर 11 मिनिट से शुरू होगा जो 03 बजकर 49 मिनिट तक रहेगा। राहुकाल में कोई भी शुभ काम न करें।

31 जुलाई 2025 सूर्य-चंद्रमा उदय का समय

विक्रम संवत- 2082
मास- श्रावण
पक्ष- शुक्ल
दिन- गुरुवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- चित्रा और स्वाति
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 6:01 AM
सूर्यास्त - 7:05 PM
चन्द्रोदय - Jul 31 11:37 AM
चन्द्रास्त - Jul 31 11:09 PM

31 जुलाई 2025 के शुभ मुहूर्त (31 July 2025 Ke Shubh Muhurat)

सुबह 10:55 से दोपहर 12:33 तक
दोपहर 12:07 से 12:59 तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 12:33 से 02:11 तक
दोपहर 02:11 से 03:49 तक

31 जुलाई 2025 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)

यम गण्ड - 6:01 AM – 7:39 AM
कुलिक - 9:17 AM – 10:55 AM
दुर्मुहूर्त - 10:22 AM – 11:14 AM, 03:36 PM – 04:28 PM
वर्ज्यम् - 06:49 AM – 08:36 AM


 

गोस्वामी तुलसीदास जयंती आज

31 जुलाई, गुरुवार को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई जाएगी। तुलसीदास जी ने श्रीरामचरित मानस के अलावा और भी कईं प्रमुख ग्रंथों की रचना की लेकिन मानस उनकी सर्वश्रेष्ठ रचना कही जाती है। तुलसीदास जी राम भक्ति शाखा के सबसे प्रमुख कवि माने जाते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि गोस्वामी तुलसीदास को साक्षात भगवान श्रीराम ने दर्शन दिए थे।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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