
Chanakya Niti Life Management: आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वान थे। उनकी बताई गई नीतियों पर चलकर ही चंद्रगुप्त मौर्य अखंड भारत के सम्राट बने। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन काल में कईं ग्रंथों की रचना की। नीति शास्त्र भी इनमें से एक है। नीति शास्त्र को ही चाणक्य नीति भी कहा जाता है। आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में 4 ऐसे कामों के बारे में बताया है जिन्हें मरने से पहले हर व्यक्ति को कर लेना चाहिए, नहीं तो मृत्यु के बाद भी उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती। आगे जानिए कौन-से हैं ये 4 काम…
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मरने से पहले हर व्यक्ति को अपनी इच्छा अनुसार दान जरूर करना चाहिए। दान करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि वो दान सही व्यक्ति को दिया जा रहा है या नहीं। ग्रंथों में भी लिखा है कि मरते हुए आदमी का सबसे बड़ा सहायक उसके द्वारा किए गया दान होता है जो मृत्यु के बाद उनके साथ जाता है।
अगर आपने किसी से कर्ज लिया है तो मरने से पहले उसे चुकता जरूर कर दें। अगर आप उस कर्ज को चुकना भूल गए या जानबूझकर नहीं चुकाया तो आपकी आत्मा को कभी शांति नहीं मिलेगी। धर्म ग्रंथों में ये तो यहां तक लिखा है कि कर्ज चुकाने के लिए आत्मा को बार-बार जन्म लेना पड़ता है। यदि आप ऐसा नहीं चाहते तो जितनी जल्दी हो सके अपना कर्ज चुकता कर दें।
अगर आपने जीवन में कभी भी किसी का दिल दुखाया है या जाने-अनजाने में किसी के साथ गलत किया है तो मरने से पहले उससे माफी जरूर मांग लें। वरना मृत्यु के बाद भी आत्मा को शांति नहीं मिलेगी और किसी न किसी में आपको अपनी करनी का दंड जरूर मिलेगा। इसलिए मृत्यु से पहले ये काम भी जरूर कर लें।
हर व्यक्ति को समाज हित के लिए काम जरूर करना चाहिए। धर्म ग्रंथों में इस काम को बहुत जरूरी माना गया है। समाज हित के लिए किए गए काम आपके पुण्यों में वृद्धि करते हैं, इसी का फल आपको मरने के बाद मिलती है और आपकी आत्मा को शांति की प्राप्ति हो सकती है।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।