Lalbaugcha Raja Live Darshan: घर बैठे करें मुंबई के लाल बाग के राजा के लाइव दर्शन, इन्हें कहते हैं ‘मन्नतों का गणेश’

Lalbaugcha Raja Live Darshan: इस बार गणेश उत्सव की शुरूआत 19 सितंबर से होगी। इस दौरान पूरे देश में गणेश उत्सव की धूम रहती है, लेकिन सबसे ज्यादा मशहूर महाराष्ट्र का गणेश उत्सव है। यहां के पांडालों की भव्यता देखते ही बनती है।

 

Manish Meharele | Published : Sep 5, 2023 7:48 AM IST / Updated: Sep 19 2023, 09:19 AM IST

उज्जैन. भाद्रपद मास में 10 दिवसीय गणेश उत्सव मनाया जाता है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में ही मनाया जाता है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा रौनक महाराष्ट्र में देखने को मिलती है। यहां गणेश मंदिरों के साथ-साथ प्रमुख पांडालों में भी लोगों का भीड़ उमड़ती है। वैसे तो महाराष्ट्र में अनेक प्रसिद्ध गणेश पांडाल हैं, लेकिन इन सभी में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं मुंबई में लालबाग के राजा का पांडाल। यहां की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश हीं विदेश से भी लोग यहां दर्शन करने आते हैं। (Lalbaugcha Raja Live Darshan) आगे करिए लाल बाग के राजा के लाइव दर्शन…


 

जानें लाल बाग के राजा का इतिहास (History the Raja of Lal Bagh )
लाल बाग के राजा का इतिहास आजादी से भी पुराना है। कहते हैं कि लाल बाग के राजा सार्वजनिक गणेश उत्सव मंडल की स्थापना वर्ष 1934 में चिंचपोकली में हुई थी। यह जगह मुंबई के लालबाग, परेल इलाके में स्थित हैं। लाल बाग में स्थित होने के कारण ही यहां स्थापत की जाने वाली गणेश प्रतिमा को लाल बाग का राजा कहा जाता है। जब देश में स्वतंत्रता संघर्ष अपने पूरे चरम पर था, तब से यहां सार्वजनिक गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। आजादी के बाद लगातार इसकी भव्यता और भी बढ़ती गई। धीरे-धीरे इसकी प्रसिद्धि पूरे देश में फैल गई।

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ये नाम भी है प्रसिद्ध
लाल बाग के राजा का एक और नाम मन्नतों का गणेश भी है। मान्यता है कि जो भी व्यक्ति लाल बाग के राजा से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करता है, उसकी इच्छा जरूर पूरी होती है। इसलिए इन्हें मन्नतों का गणेश भी कहते हैं। गणेश उत्सव के दौरान यहां कईं धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं। लाल बाग के राजा की एक झलक पाने के लिए भक्त यहां कई घंटों तक दर्शन के लिए लंबी कतारों में लगे रहते हैं।

आता है करोड़ों का चढ़ावा
लाल बाग के राजा का दरबार सिर्फ 10 दिनों के लिए सजाया जाता है, इस दौरान यहां करोड़ों रुपए का चढ़ावा आता है। इस पांडाल का इंश्योरेंस भी काफी मंहगा होता है। लालबागचा मंडल सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि सामाजिक कामों में भी आगे है। इस मंडल के अपने कई अस्पताल और एबुलेंस हैं जहां गरीब लोगों का उपचार मुफ्त किया जाता है।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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