होलिका दहन की एक बाजोट (पटिए) पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल की ढेरी बनाएं। अब उस पर नवग्रह यंत्र स्थापित करें। नवग्रह यंत्र पर केसर का तिलक करें और घी का दीपक लगाएं। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जाप स्फटिक की माला से करें। इस उपाय से ग्रहों की शांति होती है।
मंत्र- ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकारी भानु शशि भूमि-सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव: सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।।