
who is subhadra: उड़ीसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाली जा रही है। इस रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ के साथ उनके भाई बलभद्र यानी बलराम और बहन सुभद्रा के रथ भी शामिल होते हैं। महाभारत और श्रीमद्भागवत में सुभद्रा के बारे में विस्तार से बताया गया है लेकिन बहुत कम लोग इनके बारे में जानते हैं। आगे जानिए कौन-थी सुभद्रा, इनके माता-पिता कौन थे और इनका विवाह किससे हुआ था?
श्रीमद्भागवत के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण के पिता वसुदेव की 2 पत्नियां थी-देवकी और रोहिणी। भगवान श्रीकृष्ण देवकी की संतान थे और बलराम व सुभद्रा रोहिणी की। कुछ ग्रंथों में सुभद्रा को देवी योगमाया का अवतार भी बताया गया है। योगमाया वहीं देवी हैं जिसे कंस वसुदेव की आठवीं संतान समझकर मारना चाहता था लेकिन इसके पहले ही वह कन्या अष्टभुजा देवी के रूप में बदल गई और कंस की मृत्यु की भविष्यवाणी की।
महाभारत के अनुसार, सुभद्रा का विवाह पांडु पुत्र अर्जुन से हुआ था। अर्जुन जब कुछ दिनों के लिए द्वारिका गए थे तो वहां सुभद्रा उन्हें देखकर मोहित हो गई और अर्जुन भी उन्हें पसंद करने लगे। सुभद्रा के भाई बलराम उनकी शादी अपने शिष्य दुर्योधन से करना चाहते थे लेकिन सुभद्रा इसके लिए तैयार नहीं थीं। जब ये बात श्रीकृष्ण को पता चली तो उन्होंने अर्जुन से सुभद्रा का हरण करने को कहा। अर्जुन ने ऐसा ही किया जिससे यदुवंशी क्रोधित हो गए, लेकिन श्रीकृष्ण के कहने पर सभी मान गए। बाद में श्रीकृष्ण ने अर्जुन और सुभद्रा का विधि-विधान से विवाह करवा दिया।
अर्जुन और सुभद्रा का पुत्र अभिमन्यु महापराक्रमी था। अभिमन्यु का विवाह विराट देश की राजकुमारी उत्तरा से हुआ था। महाभारत युद्ध के दौरान चक्रव्यूह में फंसकर अभिमन्यु की मृत्यु हो गई। उस समय उनकी पत्नी उत्तर गर्भवती थी। युद्ध के समाप्त होने के बाद उत्तरा के गर्भ से एक बालक का जन्म हुआ, जिसका नाम परीक्षित रखा गया। यही परीक्षित आगे जाकर हस्तिनापुर का राजा बना।
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