
Solar Eclipse 2025: आज सर्व पितृ अमावस्या का दिन बेहद खास है, क्योंकि इस दिन साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी है। सर्व पितृ अमावस्या और सूर्य ग्रहण के बीच यह एक दुर्लभ संयोग है। ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से इस दिन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पूर्वजों को विदाई देने का दिन है। अगर आप साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ ज्योतिषीय उपाय करते हैं, तो इससे आपके जीवन के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। हालांकि, साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। तो आइए जानते हैं इस दुर्लभ दिन से जुड़े उपायों के बारे में।
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1. ऊं श्री सर्व पितृ देवताभ्यो नमो नमः।
देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च।
2. नमः स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नमः।
3. ऊं देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नमः स्वाहायि स्वधायि नित्यमेव नमो नमः।
4. गोत्र अस्मत्पिता (पितरों के नाम लें) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकं, तस्मै स्वधा नमः।
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