मार्च महीने में होली से पहले दानव गुरु शुक्र मीन राशि में वक्री हो रहे हैं। शुक्र की यह वक्री चाल सभी 12 राशियों पर प्रभाव डालेगी।
आने वाली 2 मार्च 2025 को शुक्र ग्रह मीन राशि में वक्री अवस्था में आ जाएंगे। इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ेगा। कुछ लोगों के लिए शुक्र की चाल में यह बदलाव शुभ होगा तो कुछ के लिए अशुभ। वहीं, कुछ राशियों के जातकों को यह शुभ फल प्रदान करेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह वक्री होता है तो यह कुंडली के लाभ, धन, भाग्य या पराक्रम भाव में छिपे हुए अवसरों को बाहर लाने में मदद करता है।
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र का मीन राशि में वक्री होना शुभ रहेगा यदि लग्न कुंडली में प्रथम भाव में वृषभ राशि हो। इसका मुख्य कारण यह है कि वृषभ राशि वालों की कुंडली के 11वें भाव में शुक्र वक्री होंगे, क्योंकि मीन राशि उनके 11वें भाव में होती है। कुंडली में 11वां भाव लाभ का भाव होता है। इससे शुक्र के वक्री होने से धन लाभ होगा। नई योजनाओं और मित्रों से लाभ होने के पूरे आसार हैं। रुका हुआ धन भी वापस मिल सकता है।
कर्क राशि वालों के लिए भी शुक्र की वक्री चाल शुभ रहेगी। आपके नवम भाव में शुक्र वक्री होंगे। यह भाव भाग्य और धर्म से जुड़ा होता है। ऐसे में आपके जीवन में आध्यात्मिक उन्नति देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही इस दौरान आपको लंबी यात्रा करने का अवसर प्राप्त होगा। यह समय ज्ञान प्राप्ति के लिए बहुत ही शुभ रहेगा। करियर के साथ-साथ उच्च शिक्षा में भी अच्छे अवसर मिलने की संभावना है।
तुला राशि के स्वामी स्वयं शुक्र ही होते हैं। वहीं, यह परिवर्तन इस राशि के जातकों के छठे भाव में होगा। इससे विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। आपका कर्ज उतरेगा और शत्रुओं पर भी आप विजयी होंगे। इस दौरान आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा। साथ ही, लंबे समय से चली आ रही बीमारियों से भी आपको निजात मिलने के पूरे आसार हैं।
मकर राशि वालों के तीसरे भाव में शुक्र वक्री होंगे। इससे आपका पराक्रम बढ़ेगा और आपकी संचार क्षमता में भी सुधार होगा। आपके छोटे भाई-बहनों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे। आपको कई नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। रचनात्मकता, मीडिया और लेखन से जुड़े लोगों के लिए यह समय शानदार रहेगा।