
Sankashti Chaturthi April 2025: हिंदू धर्म में हर महीने के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि पर भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। इस तरह साल में कुल 24 चतुर्थी होती है, इनमें से 4 चतुर्थी का महत्व सबसे ज्यादा माना गया है। इन्हें बड़ी चतुर्थी भी कहते हैं। वैसाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी भी इनमें चतुर्थियों में से एक है। इसे विकट संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस बार विकट संकष्टी चतुर्थी का संयोग 16 अप्रैल, बुधवार को बन रहा है। इस दिन यदि कुछ खास उपाय किए जाएं तो हर तरह की परेशानी से बचा जा सकता है। जानें ऐसे ही 5 उपायों के बारे में…
16 अप्रैल, बुधवार को यानी विकट संकष्टी चतुर्थी के मौके पर भगवान श्रीगणेश को मोदक, बूंदी के लड्डू या केसरिया खीर का भोग लगाएं। अगर इन चीजों का भोग नहीं लगा सकते तो केले, आम या नारियल का भोग भी लगा सकते हैं। अगर ये करना भी संभव न हो तो गुड़ का भोग भी लगा सकते हैं। इन चीजों का भोग लगाने से भगवान श्रीगणेश बहुत प्रसन्न होते हैं।
विकट संकष्टी चतुर्थी के मौके पर भगवान श्रीगणेश के मंत्रों का जाप पूरे विधि-विधान से करें। अगर स्वयं इन मंत्रों का जाप न कर पाएं तो किसी योग्य ब्राह्मण से भी ये उपाय करवा सकते हैं। श्रीगणेश के कुछ आसान मंत्र इस प्रकार हैं-
- ऊं गं गणपतये नम:
- श्रीगणेशाय नम:
चतुर्थी के मौके पर भगवान श्रीगणेश को साबूत हल्दी की माला पहनाएं। इस माला को हरिद्रा की माला कहते हैं। ये उपाय तंत्र से संबंधित है। श्रीगणेश को साबूत हल्दी की माला पहनाने से बड़े से बड़ा संकट भी तुरंत टल जाता है और घर-परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
अगर आपके ऊपर कर्ज है और लाख कोशिश के बाद भी आप उसे चुकाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं तो चतुर्थी के मौके पर ऋणहर्ता गणेश स्त्रोत का पाठ करें। पाठ करने की विधि किसी ब्राह्मण से पूछ सकते हैं। इस उपाय से आपका कर्ज जल्दी ही समाप्त हो जाएगा।
विकट संकष्टी चतुर्थी की शाम को आस-पास स्थित किसी गणेश मंदिर में जाएं और शुद्ध घी का दीपक लगाएं। इस दीपक में थोड़ी से सफेद तिल डाल दें और श्रीगणेश से संकट दूर करने के लिए प्रार्थना करें। जल्दी ही आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
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