
Hariyali Amavasya 2025 Date: इस बार भगवान शिव का प्रिय सावन मास 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस महीने में अनेक तीज-त्योहार मनाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है हरियाली अमावस। इस त्योहार का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन भगवान शिव के साथ पितरों की पूजा भी की जा सकती है क्योंकि अमावस तिथि के स्वामी पितृ देवता ही हैं। जानें 2025 में कब है हरियाली अमावस…
पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की अमावस्या तिथि 23 जुलाई, बुधवार की रात 02 बजकर 29 मिनिट से शुरू होगी, जो 24 जुलाई, गुरुवार की रात 12 बजकर 40 मिनिट तक रहेगी। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, चूंकि अमावस्या तिथि का सूर्योदय 24 जुलाई को होगा, इसलिए इसी दिन हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
इस बार की हरियाली अमावस्या बहुत ही खास रहेगी क्योंकि इस दिन बहुत ही शुभ योग बन रहे हैं। 24 जुलाई, गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने से जहां गुरु पुष्य का शुभ योग बनेगा वहीं इस दिन सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के अन्य 2 राजयोग भी बनेंगे। इनके अलावा हर्षण नाम का एक अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेगा। इतने सारे शुभ योगों के चलते इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है।
हरियाली अमावस का पर्व सावन के महीने में मनाया जाता है। इस समय बारिश का मौसम होता है और प्रकृति पर पूरी तरह से हरियाली छाई रहती है। हरियाली अमावस्या मुख्य रूप से प्रकृति के निकट जाने का पर्व है जिससे कि आमजन प्रकृति के महत्व को समझ सकें। इस दिन पौधारोपण करने की परंपरा है वहीं कुछ स्थानों पर लोग इस दिन जंगल या प्राकृतिक स्थानों पर जाकर वहीं भोजन बनाते और खाते हैं। हमारे पूर्वज प्रकृति का महत्व समझते थे, इसलिए उन्होंने हरियाली अमावस जैसा पर्व बनाया।
सुबह 10:54 से दोपहर 12:33 तक
दोपहर 12:06 से 12:59 तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 12:33 से 02:12 तक
दोपहर 02:12 से 03:51 तक
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।