Vinayaki Chaturthi December 2022: किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा जरूर की जाती है, इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। महीने की दोनों चतुर्थी पर श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
उज्जैन. हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवताओं की मान्यता है। इन सभी की पूजा समय-समय पर की जाती है, लेकिन एक देवता ऐसे भी हैं जिनकी पूजा हर शुभ कार्य से पहले करना अनिवार्य माना जाता है। ये देवता हैं भगवान श्रीगणेश। प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायकी चतुर्थी (Vinayaki Chaturthi December 2022) व्रत किया जाता है। इस बार पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 दिसंबर, सोमवार को है। इस दिन सर्वार्थसिद्धि, शुभ और हर्षण नाम का कई योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है। आगे जानिए इस दिन की पूजा विधि, उपाय व अन्य खास बातें…
इस विधि से करें भगवान श्रीगणेश की पूजा (Vinayaki Chaturthi December 2022 Puja Vidhi)
विनायकी चतुर्थी की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और व्रत-पूजा का संकल्प लें। दिन भर कुछ खाएं नहीं। शाम को चंद्रोदय से पहले हाथ पैर धोकर पुन: शुद्ध हो जाएं और घर में किसी साफ स्थान पर एक चौकी लगाकर इसके ऊपर भगवान श्रीगणेश का चित्र या प्रतिमा स्थापित करें। शुद्ध घी का दीपक जलाएं और श्रीगणेश को तिलक लगाकर माला पहनाएं। इसके बाद अबीर, गुलाल, कुंकुम, चंदन आदि चीजें एक-एक करके चढ़ाते रहें। श्रीगणेश को मौसमी फल व पकवानों का भोग लगाएं। दूर्वा भी विशेष रूप से चढ़ाएं। चंद्रमा उदय होने पर अर्घ्य दें और इसके बाद ही स्वयं भोजन करें।
ये उपाय करें विनायकी चतुर्थी पर…
1. भगवान श्रीगणेश का अभिषेक शुद्ध जल से करें। इसमें थोड़ी दूर्वा भी डाल लें। अभिषेक करते समय गणेश मंत्र- ऊँ गं गणपतयै नम: का जाप करते रहें। इससे आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है।
2. विनायकी चतुर्थी की सुबह किसी गणेश मंदिर में जाकर हल्दी की 11 साबूत गांठ चढ़ाएं और विनायक स्त्रोत का पाठ करें। संभव हो तो मंदिर की सफाई भी करें। इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी।
3. भगवान श्रीगणेश को वैसे तो किसी तरह का भोग लगाया जा सकता है, लेकिन मोदक और लड्डुओं का भोग इन्हें विशेष रूप से प्रिय है। इन चीजों का भोग लगाकर अपनी मनोकामना कहें। आपको सफलता जरूर मिलेगी।
4. अगर आप पर काफी कर्ज है जो कोशिश करने के बाद भी नहीं उतर रहा तो ऋणहर्ता गणेश स्त्रोत का पाठ करें। ये उपाय प्रत्येक बुधवार करें। जल्दी ही आपकी समस्या दूर हो सकती है।
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