कन्नड़ एक्ट्रेस और बिग बॉस कन्नड़ सीजन 3 की पूर्व कंटेस्टेंट रहीं जयश्री रमैया (Jayashree Ramaiah) ने सोमवार को खुदकुशी कर ली। उनका शव बेंगलुरु में उसी आश्रम के कमरे में पंखे से लटका मिला, जहां उनका इलाज चल रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक जयश्री लंबे वक्त से डिप्रेशन से जूझ रही थीं और इसी वजह से वो संध्या किरण आश्रम में रह रहीं थी। पिछले साल जुलाई 2020 में भी उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जिंदगी से निराशा जाहिर करते हुए इच्छामृत्यु की बात कही थी।
बेंगुलुरू। कन्नड़ एक्ट्रेस और बिग बॉस कन्नड़ सीजन 3 की पूर्व कंटेस्टेंट रहीं जयश्री रमैया (Jayashree Ramaiah) ने सोमवार को खुदकुशी कर ली। उनका शव बेंगलुरु में उसी आश्रम के कमरे में पंखे से लटका मिला, जहां उनका इलाज चल रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक जयश्री लंबे वक्त से डिप्रेशन से जूझ रही थीं और इसी वजह से वो संध्या किरण आश्रम में रह रहीं थी। पिछले साल जुलाई 2020 में भी उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जिंदगी से निराशा जाहिर करते हुए इच्छामृत्यु की बात कही थी। हालांकि उस वक्त सुदीप किच्चा ने उन्हें फोन पर समझाया था, जिसके बाद उन्होंने ये विचार मन से निकालते हुए अपनी पोस्ट डिलीट कर दी थी।
जुलाई, 2020 से ही जयश्री मुश्किलों का सामना कर रही थीं। सोशल मीडिया पर उन्होंने इसका संकेत भी दिया था कि वे मानसिक रूप से ठीक महसूस नहीं कर रही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें कहा था कि वे डिप्रेशन और इस संसार को क्विट करना चाहती हैं। इसके बाद से उनके फैन्स और शुभचिंतक काफी चिंतित हो गए थे।
इससे पहले 25 जुलाई, 2020 को जयश्री सोशल मीडिया पर लाइव आई थीं और उन्होंने कहा था कि- मैं ये सब पब्लिसिटी के लिए नहीं कर रही। इसके बाद सुदीप किच्चा ने कॉल कर उनसे बात की थी। इसका जिक्र भी जयश्री ने सोशल मीडिया पर करते हुए लिखा था- बहुत बहुत धन्यवाद सुदीप सर, मेरी चिंता के लिए। आपने अपनी टीम के साथ मेरी जान बचाई। मेरे प्यारे दोस्तों और फैन्स को मेरा प्यार। माफ कीजिए मेरी वजह से आपको परेशानी हुई, मैं अब पुराने फॉर्म में लौट आई हूं।
उस वक्त जयश्री ने एक वीडियो शेयर कर लिखा था- दुनिया और तनाव को अलविदा। मैं यह सब पब्लिसिटी के लिए नहीं कर रही हूं। मैं सुदीप सर से आर्थिक मदद की उम्मीद भी नहीं कर रही हूं। मैं आर्थिक रूप से मजबूत हूं लेकिन बेहद तनाव में हूं। मैं जीवन में कई सारी परेशानियों से जूझ रही हूं। मुझे बचपन से ही धोखा दिया गया और मैं इससे उबर नहीं पा रही हूं। मुझे दया मृत्यु मिलनी चाहिए। मैं अभी यही उम्मीद कर रही हूं।