
Kaali Poster Controversy: भारत में एक तरफ जहां पैगम्बर मुहम्मद के कथित अपमान को लेकर सरेआम लोगों के गले काटे जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान लगातार जारी है। हाल ही में फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई (Leena Manimekalai) ने 'काली' नाम से एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जिसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। लीना की इस फिल्म को लेकर हिंदू भड़क उठे हैं।
लीना मणिमेकलई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म को हाल ही में कनाडा में प्रमोट किया। इस फिल्म के पोस्टर में देवी काली का रूप लिए एक एक्ट्रेस सिगरेट पीती दिख रही है। वहीं, उसके दूसरे हाथ में LGBT समुदाय का झंडा दिख रहा है। लीना मणिमेकलई ने ऐसा करके हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। लीना की इस हरकत पर लोग न सिर्फ उन्हें बल्कि फिल्म की प्रोड्यूसर आशा पोन्नाचन को भी लताड़ लगा रहे हैं।
कौन हैं लीना मणिमेकलई :
लीना मणिमेकलाई एक फिल्ममेकर, कवयित्री और एक्ट्रेस हैं। उनके 5 कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा वो डॉक्यूमेंट्री और एक्सपेरिमेंटल पोयम फिल्म्स भी बना चुकी हैं। उन्हें कई इंटरनेशनल और नेशनल फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड भी मिल चुके हैं। लीना ने 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री 'मथम्मा' से करियर की शुरुआत की। 20 मिनट की यह डॉक्यूमेंट्री चेन्नई के पास अरक्कोणम के गांव मंगट्टचेरी में अरंधतियार समुदाय के बीच प्रचलित प्रथा के बारे में है, जिसमें लड़कियों को उनके देवता को समर्पित कर दिया जाता है।
पहले भी विवादित फिल्म बना चुकीं मणिमेकलई :
लीना मणिमेकलई की पहली फीचर फिल्म सेंगडल है, जो 2011 में बनी। इस फिल्म में दिखाया गया है कि श्रीलंका में एथनिक वॉर की वजह से धनुषकोड़ि में मछुआरों का जीवन कैसे प्रभावित हुआ। सेंसर बोर्ड ने शुरुआत में इस मूवी को यह कहते हुए सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था कि इस मूवी में श्रीलंका और भारत सरकार पर अपमानजनक और राजनीतिक टिप्पणी करने के साथ ही असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। काफी कानूनी लड़ाई के बाद जुलाई, 2011 में यह फिल्म रिलीज हो पाई थी।
ये भी देखें :
फिल्म में माता काली को सिगरेट फूंकते दिखाया, भड़के लोग बोले- चंद सिक्कों के लिए और कितना गिरोगे?